किसानों को मजबूत और समृद्ध बनाएं बिना राज्य की उन्नति की कल्पना नहीं की जा सकती। यह विचार राजस्थान स्टेट एग्रो इण्डस्ट्रीज डवलपमेंट बोर्ड के अध्यक्ष रामेश्वर डूडी ने शुक्रवार को राज्य कृषि अभिकरण संस्थान में आयोजित किसान संवाद कार्यक्रम में व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि किसान की उन्नति होगी,तभी जाकर चंहुमुखी विकास की कल्पना साकार होगी। सरकार की मंशा है कि किसानों की समस्याओं का समय पर निराकरण कर प्राप्त सुझावों के अनुसार नीति बनाकर आर्थिक रूप से सुदृढ़ बनाया जाए। उन्होंने कहा कि किसान सदियों से खेती करता आ रहा है, उसकी मेहनत और परमार्थ के कारण देश में किसान को अन्नदाता कहा जाता है।
सरकार किसानों की समस्याओं के निराकरण के लिए अलग से कृषि बजट लेकर आई है। जिसमें किसानों के खेतों तक नई तकनीकी की पहुंच आसान करना, कम लागत में अधिक उत्पादन के लिए अनेक अनुदान योजनाओं की शुरुआत की है। संवाद कार्यक्रम में किसानों ने सुझाव दिए कि अनुदान योजनाओं में अधिकतम सीमा निर्धारण को वर्तमान कीमतों के अनुसार किया जाए। उर्वरकों का वितरण कृषक की भूमि रिकॉर्ड के अनुसार किया जाए। सम्भाग में लहसुन एवं धनिया प्रसंस्करण के लिए सरकारी स्तर पर उद्योग स्थापित हो। गांवों में कृषि आधारित कुटीर उद्योग स्थापित किए जाए।