विदिशा, 21 मार्च (वार्ता) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि राज्य में ओलावृष्टि के कारण प्रभावित किसानों के प्रत्येक खेत का सर्वेक्षण करने के निर्देश दे दिए गए हैं और सर्वेक्षण मानवीय दृष्टिकोण से होगा। श्री चौहान ने विदिशा जिला मुख्यालय और आसपास के ओलावृष्टि प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के दौरान मीडिया से चर्चा में यह बात कही। उन्होंने हथियाखेड़ा, मुडरागणेश, पटवारीखेड़ा, घुरदा और अन्य गांवों का दौरान कर प्रभावित किसानों से मुलाकात की और खेतों में पहुंचकर फसल देखी। ग्रामीणों ने अपनी व्यथा भी सुनायी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार के समय होता था, जब सर्वेक्षण करने वाले दलों को नुकसान कम लिखने के लिए कहा जाता था, ताकि प्रभावितों को राहत राशि कम देना पड़े। लेकिन हमने सभी जिलों को निर्देश दिए हैं कि सर्वे का आकलन उदारता के साथ किया जाए और इस दौरान मानवीय दृष्टिकोण भी अपनाया जाए, ताकि किसानों को नुकसान का पूरा मुआवजा मिल सके। श्री चौहान ने कहा कि सरकार ने तय किया है कि जहां 50 प्रतिशत से अधिक नुकसान फसलों को हुआ है, वहां पर 32 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर की दर से मुआवजा दिया जाएगा। इसके अलावा फसल बीमा योजना के तहत भी क्षतिपूर्ति दिलायी जाएगी। और भी नियमों के तहत जो भी होगा, क्षतिपूर्ति की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि ओलावृष्टि के कारण गेंहू, चना, धना और सरसों के अलावा अन्य फसलों को नुकसान पहुंचने की खबर है। सभी जिलों में सर्वे का कार्य चल रहा है और अमले को और तेजी से सर्वे का कार्य करने काे कहा गया है। तीन विभाग मिलकर सर्वेक्षण कार्य कर रहे हैं। श्री चौहान इसके बाद सागर जिले में ओलावृष्टि प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगे।