मई 2023 से रेपो रेट बढ़ने के कारण लोगों की ईएमआई में इजाफा देखने को मिला है। आरबीआई ने ब्याज दर में वृद्धि रोकने के बावजूद, कुछ बैंकों ने लेंडिंग रेट्स में बढ़ोतरी की है। ताजा बढ़ोतरी आईसीआईसीआई बैंक और बैंक ऑफ इंडिया की ओर से की गई है। इन बैंकों ने लोन के एमसीएलआर की दरें बढ़ा दी हैं। नई ब्याज दरें कल से यानी 1 अगस्त से लागू हो गई हैं।
आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) ने एमसीएलआर की दर को 5 आधार अंक बढ़ा दिया है। इस बढ़ोतरी के बाद, बैंक द्वारा नए एमसीएलआर दरें निम्नलिखित हैं:
– ओवरनाइट और एक महीने का एमसीएलआर: 8.40%
– तीन महीने का एमसीएलआर: 8.45%
– छह महीने की एमसीएलआर: 8.80%
– एक साल का एमसीएलआर: 8.90%
बैंक ऑफ इंडिया (Bank of India) ने भी कुछ चुनिंदा अवधि के एमसीएलआर को बढ़ाया है। इसके अनुसार नए एमसीएलआर दरें निम्नलिखित हैं:
– एक साल का एमसीएलआर: 8.70 प्रतिशत
– तीन साल का एमसीएलआर: 8.90 प्रतिशत
इस बढ़ोतरी के साथ, बैंकों ने नई ब्याज दरें 1 अगस्त से लागू कर दी हैं।
क्या है एमसीएलआर (MCLR)?
एमसीएलआर का पूरा नाम मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट्स है, और इसे आधार बनाकर बैंक ग्राहकों को लोन दिया जाता है। इसके माध्यम से ब्याज दरों में होने वाले बदलाव का सीधा प्रभाव ग्राहकों की ईएमआई पर पड़ता है। मई 2022 में आरबीआई ने ब्याज दरों को बढ़ाने का निर्णय लिया था और तब से लेकर अब तक रेपो में 2.5 प्रतिशत का इजाफा किया गया है। हालांकि, पिछले दो मौद्रिक कमेटी की बैठकों में ब्याज दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है।
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