इस मानसून में भारी बारिश के बीच डेंगू (Dengue) के मामले बढ़ने के बाद भारत और बांग्लादेश में स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गए हैं, कर्नाटक में 7,000 से अधिक डेंगू के मामले सामने आए हैं, पंजाब में लगभग 3,475 डेंगू के मामले, अंबाला में डेंगू के मामले बढ़कर 173 हो गए हैं, लखनऊ में डेंगू के मामले 300 के पार पहुंच गए हैं। नवी मुंबई में डेंगू से दो मौतें हुईं और संदिग्ध डेंगू के मामले 126 आंके गए, गाजियाबाद में एक और संदिग्ध डेंगू से मौत हुई और दिल्ली में डेंगू के मामलों में बढ़ोतरी हुई है, जहां डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि संख्या बढ़ सकती है।
इस बीच, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बताया कि पड़ोसी देश, बांग्लादेश, अब तक के सबसे खराब डेंगू प्रकोप का सामना कर रहा है और इन मच्छर जनित बीमारियों के बढ़ते संचरण में जलवायु संकट को एक प्रमुख कारक बताया जा रहा है।
Dengue से बचाव में मदद के लिए कुछ टिप्स –
प्रजनन स्थलों को हटा दें: डेंगू फैलाने वाले एडीज मच्छर रुके हुए पानी में पनपते हैं। अपने घर के आसपास, जैसे कि फूलों के गमलों, फेंके गए कंटेनरों और नालियों में जमा पानी की नियमित जांच करें और उसे हटा दें। घर में या उसके आस-पास पानी जमा न होने दें।
घर की नियमित स्क्रीनिंग – सतर्क रहने और किसी भी प्रजनन स्थल को छूटने से बचाने के लिए स्थानीय अधिकारियों, भवन निर्माण संघों और स्वयं द्वारा नियमित स्क्रीनिंग आवश्यक है।
मच्छरदानी और स्क्रीन का उपयोग करें: मच्छरदानी के नीचे सोएं, खासकर दिन के समय जब एडीज मच्छर सबसे अधिक सक्रिय होते हैं। मच्छरों को अपने घर में प्रवेश करने से रोकने के लिए खिड़की और दरवाज़ों पर परदे का प्रयोग करें।
सुरक्षात्मक कपड़े पहनें: जब बाहर हों, तो मच्छरों के संपर्क को कम करने के लिए लंबी बाजू वाली शर्ट, लंबी पैंट, मोज़े और जूते पहनें। हल्के रंग के कपड़े भी मदद कर सकते हैं क्योंकि मच्छर गहरे रंगों की ओर आकर्षित होते हैं।
मच्छर निरोधकों का उपयोग करें: खुली त्वचा और कपड़ों पर मच्छर निरोधकों को लगाएं। DEET, पिकारिडिन, या नींबू नीलगिरी के तेल वाले उत्पादों की तलाश करें। लेबल पर दिए गए निर्देशों का पालन करें।
अपने वातावरण को स्वच्छ रखें: अपने घर में और उसके आस-पास अच्छी स्वच्छता और स्वच्छता बनाए रखें। मच्छरों के आराम क्षेत्र को कम करने के लिए झाड़ियों और झाड़ियों को छाँटें और घास कम रखें।