पश्चिम बंगाल में होने वाले पंचायत चुनावों से पहले हिंसक झड़पें हुई हैं और इसके दौरान तृणमूल कांग्रेस (TMC) के एक कार्यकर्ता की मौत हो गई है और कई लोग घायल हुए हैं। यह घटना दक्षिण 24 परगना जिले के फुलमलांचा इलाके में हुई।
जानकारी के मुताबिक, इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) के एक स्थानीय नेता ने बताया है कि मृतक कार्यकर्ता, TMC नेता अमरुल लस्कर के करीबी सहयोगी थे। अमरुल लस्कर वर्तमान में सत्तारूढ़ दल के अंदर बगावत का सामना कर रहे हैं।
घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग
घटना के बाद TMC उम्मीदवार मानवरा ने यह दावा किया कि उसके पिता जियारुल ने पहले भी एक विरोधी गुट से धमकियाँ मिलने की पुलिस में शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। वह इस घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग कर रही है। तृणमूल के स्थानीय विधायक सौकत मुल्ला ने भी जांच करने की मांग की है और कहा है कि जो भी जिम्मेदार है, उसके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
पुलिस के मुताबिक, झड़पों में अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा पश्चिम मेदिनीपुर जिले में रविवार को एक और हिंसक झड़प हुई, जिसमें तृणमूल कांग्रेस समर्थकों के साथ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी और आईएसएफ के समर्थकों के बीच 10 लोग घायल हुए हैं।
घटना चंद्रकोना के कृष्णापुर इलाके में हुई, जहां तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अपने पार्टी के झंडे लगाने की कोशिश की और विपक्षी दलों के साथ प्रतिरोध किया गया। पुलिस ने बड़ी संख्या में पुलिस कर्मी तैनात किए थे। हालांकि, अभी तक गिरफ्तार किये गए या हिरासत में लिए गए लोगों की संख्या नहीं बताई गई है।
इसके अलावा एक और घटना में, तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार इब्राहिम मुल्ला पर कथित रूप से आईएसएफ कार्यकर्ताओं ने हमला कर दिया और उन्हें चाकू से घायल कर दिया गया। यह घटना चल्ताबेरिया ग्राम पंचायत में हुई।
इन हिंसक झड़पों के पहले ही पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनावों से पहले भी आपसी झड़पें हुई थीं।