WTC FINAL में अहम रोल निभाएगा टॉस, जानिए क्या कहते है आंकड़ें ?

WTC FINAL
WTC FINAL

WTC FINAL : वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइलन के लिए टीम इंडिया पूरी तरह तैयार है. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 7 जून से इंग्लैंड के केनिंगटन ओवल में यह मुकाबला होना है. ऐसे में दोनों ही टीमें मैदान पर खूब पसीने बहा रही है. गौरतलब है कि आखिरी मार वर्ल्ड टैस्ट चैंपियनशिप में मिली हार के बाद इस बार टीम रोहित खिताब अपने नाम करना चाहेगी. लेकिन सवाल खड़े हो रहे है कि क्या इस मैच में टॉस अहम रोल निभाएगा. आईये जानते है क्या कहते है आंकड़ें…

  • इस मैदान पर अब तक कुल 104 टेस्ट हुए हैं, लेकिन पहली बार कोई मैच जून में होने जा रहा है. अमूमन यहां इस समय ठंड होती है. ऐसे में टॉस का मैच के रिजल्ट पर बड़ा फर्क दिखने वाला है. मैदान पर पहला टेस्ट 1880 में खेला गया था. यानी 123 साल पहले. अब तक सिर्फ 8 ही टेस्ट जुलाई में खेले गए हैं
  • ओवल में हुए 8 टेस्ट मैच की बात करें, तो सभी मैच में टेस्ट जीतने वाले कप्तानों ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया है. ऐसे में एक बार फिर ऐसा ही देखने को मिल सकता है, क्योंकि यहां शुरुआत में बल्लेबाजी आसान मानी जाती है. इन 8 में से 4 मैच में पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम को जीत मिली है. यानी 50 फीसदी मुकाबलों में जीत मिली है. 2 मैच में बाद में बल्लेबाजी करने वाली टीम को जीत मिली जबकि 2 मैच का नतीजा नहीं आया.

WTC FINAL : क्या कहता है ऑस्ट्रेलिया का गणित

अब जात लेते है कि इस मैदान पर ऑस्ट्रेलिया का गणित क्या कहता है.

  • ऑस्ट्रेलिया ने इस मैदान पर अब तक कोई टेस्ट जुलाई में नहीं खेला है. कंगारू टीम ने ओवरऑल इस मैदान पर खेले 38 में से 7 टेस्ट जीते हैं. 17 में उसे हार मिली है, जबकि 14 टेस्ट ड्रॉ रहे. वहीं भारतीय टीम ने ओवल में 14 टेस्ट खेले हैं और उसे 2 मैच में जीत मिली है. 5 मुकाबले में हार मिली जबकि 7 मैच ड्रॉ रहे.

ये भी पढ़ें : ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी पर प्रशासन अलर्ट, अमृतसर में तैनात किए 3000 जवान

ये भी पढ़ें : ओड़िशा सीएम नवीन पटनायक की पहल, फंसे यात्रियों की घर वापसी के लिए शुरू निशुल्‍क बस सेवा