केरल में निपाह वायरस का प्रकोप एक बार फिर से आया है, जिसके कारण अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है। इसके बाद सरकार ने अलर्ट मोड पर काम करने का निर्णय लिया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने इसे पुष्टि की है और उन्होंने राज्य सरकार को संक्रमण को रोकने के प्रबंध में मदद के लिए विशेषज्ञों की टीम को केरल भेजा है। एक 24 वर्षीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता को संक्रमित पाया गया है। इसके साथ ही केरल में निपाह वायरस से संक्रमित मामलों की कुल संख्या पहुंची पांच।
केरल में निपाह वायरस के नए मामले के बाद, राज्य सरकार ने रोकथाम क्षेत्र और प्रतिबंधों की घोषणा की है और संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए कई उपायों को अपनाया जा रहा है। इसके परिणामस्वरूप, जिन 700 लोगों को निपाह वायरस के संक्रमित मरीजों के संपर्क में आने का खतरा है, उन्हें हाई रिस्क की श्रेणी में माना जा रहा है।
मरिजों को घर में रहने की सलाह
केरल में निपाह संक्रमण के बढ़ते मामलों के साथ ही राज्य सरकार द्वारा बचाव के उपायों को लेकर कई गाइडलाइन्स जारी की गई हैं। उच्च जोखिम वाले निपाह रोगियों को घरों में ही रहने की सलाह दी गई है और उनके रूट भी प्रकाशित किए गए हैं ताकि लोग उन रास्तों का उपयोग न करें जो उन्होंने इस्तेमाल किए हैं। इसके साथ ही, पर्व-त्योहारों और समारोहों में बड़ी संख्या में लोगों के इकट्ठा होने पर भी पाबंदी लगा दी गई है।
निपाह वायरस से दो लोगों की मौत बाद अलर्ट जारी
केरल के कोझिकोड में निपाह वायरस से दो लोगों की मौत के बाद अलर्ट जारी किया गया है। इसके चलते लगभग सात ग्राम पंचायतों को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है, जहां मास्क पहनना अनिवार्य है और वहां के अस्पतालों में भी सख्त उपायों को अमल में लाया गया है।
फलों की जांच करने का आदेश
केरल में निपाह वायरस के मामलों की पुष्टि के बाद, कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिला प्रशासन ने जिले में अलर्ट जारी किया है। स्वास्थ्य विभाग ने पुलिस से जिले में प्रवेश करने वाले वाहनों की जांच के लिए सीमा पर चेकपोस्ट खोलने का निर्देश दिया है और पुलिस को केरल से राज्य में प्रवेश करने वाले फलों की जांच करने के लिए निर्देश दिया गया है।
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