Umesh Pal murder case: गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद के वकील खान शौकत हनीफ पर उमेश पाल हत्याकांड में आपराधिक साजिश रचने का मामला दर्ज किया गया है। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। उत्तर प्रदेश पुलिस ने धूमनगंज थाने में हनीफ पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 120-बी (आपराधिक साजिश) के तहत मामला दर्ज किया है।
उत्तर प्रदेश पुलिस के अनुसार हनीफ ने उमेश पाल की तस्वीरों को अतीक अहमद के बेटे असद के साथ साझा किया था, जो 13 अप्रैल को झांसी में पुलिस मुठभेड़ में मारा गया था। गौरतलब है कि पांच बेटों में असद गैंगस्टर का तीसरा बेटा था।
अतीक अहमद के वकील ने असद के साथ उमेश पाल की तस्वीरें शेयर कीं
पुलिस उपायुक्त (शहर) दीपक भूकर ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, “उमेश पाल हत्याकांड में धूमनगंज पुलिस स्टेशन में दर्ज प्राथमिकी में हनीफ का नाम भारतीय दंड संहिता की धारा 120-बी (आपराधिक साजिश) के तहत जोड़ा गया था।” भूकर ने कहा, “हमें पता चला कि हनीफ ने हमले से कुछ दिन पहले उमेश पाल की अहमद के बेटे असद के साथ तस्वीरें साझा की थीं।”
सूत्रों ने बताया कि उमेश पाल अपहरण मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हनीफ से पूछताछ के लिए पुलिस जल्द ही अदालत में रिमांड का आवेदन दाखिल कर सकती है।
उमेश पाल हत्याकांड – Umesh Pal murder case
बसपा विधायक राजू पाल की 2005 में हुई हत्या के मुख्य गवाह उमेश पाल और उनके दो पुलिस सुरक्षा गार्डों की इस साल 24 फरवरी को प्रयागराज के धूमनगंज इलाके में उनके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। 25 फरवरी को, पुलिस ने धूमनगंज थाने में अहमद, उसके भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, दो बेटों, सहयोगी गुड्डू मुस्लिम और गुलाम और नौ अन्य साथियों के खिलाफ मामला दर्ज किया।
यहां की एक विशेष अदालत ने 28 मार्च को अहमद, हनीफ और दिनेश पासी को 17 साल पुराने अपहरण के मामले में दोषी ठहराया और आजीवन कारावास की सजा सुनाई। हनीफ और पासी को नैनी सेंट्रल जेल में हिरासत में लिया गया, जबकि अहमद को गुजरात के अहमदाबाद में साबरमती सेंट्रल जेल भेज दिया गया।
अतीक-अशरफ की हत्या
माफिया से नेता बने अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ की 15 अप्रैल की रात प्रयागराज में हत्या कर दी गई थी। यह घटना तब हुई जब उमेश पाल हत्याकांड के सिलसिले में पुलिस उन्हें जिले के एक मेडिकल कॉलेज ले जा रही थी। तीन लोगों ने मीडियाकर्मी बनकर बदमाशों पर हमला किया। इनकी पहचान बांदा निवासी लवलेश तिवारी (22), हमीरपुर निवासी मोहित उर्फ सन्नी (23) और कासगंज निवासी अरुण मौर्य (18) के रूप में हुई है। ये सभी कथित रूप से आपराधिक पृष्ठभूमि के थे।
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