यूपी बोर्ड की गुरुवार को दूसरी पाली में इंटरमीडिएट गणित एवं जीवविज्ञान का प्रश्नपत्र एक वाट्सग्रुप पर परीक्षा शुरू होने के करीब सवा घंटे बाद प्रसारित किया गया। वाट्सएप पर यह ग्रुप आल प्रिंसिपल आगरा के नाम से बना हुआ है।
जांच में पाया गया कि बाहर से कापी लिखवाने या नकल पहुंचाने के इरादे से प्रश्नपत्र की फोटो खींचकर किसी को भेजी जानी थी, लेकिन वह प्रिंसिपल के बने ग्रुप पर पहुंच गई। तुरंत बाद इसे ग्रुप से डिलीट कर दिया गया।
बोर्ड सचिव दिब्यकांत शुक्ल के अनुसार दोनों प्रश्नपत्र परीक्षा शुरू होने के सवा घंटे बाद वायरल हुए हैं। इस बीच परीक्षार्थी सवा घंटे परीक्षा दे चुके थे। इतना ही नहीं, जो प्रश्नपत्र वायरल किया गया, उसकी हल कापी परीक्षा केंद्रों पर नहीं पहुंच सकी।
सचिव ने बताया कि इसे आगरा के किसी इंटर कालेज के विनय चाहर नाम के कंप्यूटर आपरेटर द्वारा वाट्सएप पर डाला गया है। उसके विषय में और जानकारी जुटाई जा रही है कि वह किस कालेज का है। उसके विरुद्ध एफआइआर दर्ज कराने के निर्देश जिला विद्यालय निरीक्षक आगरा दिनेश कुमार सिंह को दिए गए हैं।