UP Roadways, लखनऊ, 04 मार्च (वार्ता) : उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम (यूपीएसआरटीसी) की बसों में यात्रा के लिये अब एक ‘एप’ के जरिये आनलाइन बुकिंग करायी जा सकती है। यूपीएसआरटीसी ने टिकट बुकिंग एवं पैसेंजर फीडबैक एप को शनिवार को लांच कर दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस एप का अपने सरकारी आवास से औपचारिक शुभारंभ किया। यह एप यात्रियों को न सिर्फ घर बैठे बस में यात्रा के लिए एडवांस बुकिंग में सक्षम बनाएगा, बल्कि उन्हें कैशलेस सुविधा भी प्रदान करेगा। यही नहीं, एप पर यात्री अपने सफर से संबंधित समस्याओं, चालक-परिचालक के व्यवहार, बस की स्थिति और अन्य संबंधित मुद्दों पर अपना फीडबैक भी दे सकेंगे। इस एप की शुरुआत से बस में यात्रा करने वाले प्रदेश के लाखों यात्री अब हैसल फ्री यात्रा कर सकेंगे। यूपी राही एप के औपचारिक शुभारंभ के साथ ही यह एप आधिकारिक रूप से काम करने लगा है। यात्री इसे गूगल प्लेस्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। यह एप हिंदी और अंग्रेजी में है।
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यूपीएसआरटीसी के महाप्रबंधक (आईटी) युजवेंद्र कुमार ने बताया कि इस एप के माध्यम से यात्री डिजिटल माध्यम से टिकट बुक कर पाएंगे। हालांकि एप डाउनलोड करने के बाद उन्हें सबसे पहले खुद का रजिस्ट्रेशन कराना होगा। रजिस्ट्रेशन कराने के बाद वह एप पर मौजूद सभी सुविधाओं का इस्तेमाल कर सकेंगे। सबसे महत्वपूर्ण फीचर इस एप में टिकट बुकिंग को लेकर है। उन्होने कहा “अभी आप बस में सफर के दौरान ही कैश या डिजिटल माध्यम से टिकट खरीदते हैं। हालांकि, उसमें कई तरह की समस्याओं की जानकारी मिलती थी। कैश के संबंध में कभी कंडक्टर के पास खुले पैसे नहीं होते थे तो कभी यात्रियों को ज्यादा पैसे देने पड़ जाते थे। इसी तरह कैशलेस में भी कई बार नेटवर्क की प्रॉब्लम का सामना करना पड़ता था। एप की शुरुआत से इन सारे झंझटों से छुटकारा मिल जाएगा। एप के माध्यम से यात्री टिकट बुक करने के लिए क्यूआर कोड, यूपीआई, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड या किसी भी अन्य डिजिटल माध्यम का इस्तेमाल कर सकेंगे। टिकट बुक करने के बाद यात्रियों को टिकट का प्रिटंआउट लेने की जरूरत नहीं होगी। वो एप पर ही टिकट बुकिंग का स्टेटस दिखाकर अपनी यात्रा कर सकते हैं।
” कुमार ने कहा “ इस एप में दूसरा सबसे महत्वपूर्ण फीचर यात्रियों के फीडबैक से संबंधित है। कोई यात्री अपने सफर से संबंधित कोई जानकारी देना चाहता है तो एप में इसकी सुविधा प्रदान की गई है। अपने फीडबैक में वो क्रू के बारे में जानकारी दे सकते हैं। जैसे कंडक्टर का व्यवहार कैसा था, ड्राइवर सही से बस को ड्राइव कर रहा था या नहीं। ऐसे ही दस बिंदुओं पर यात्री अपने फीडबैक को हम तक पहुंचा सकते हैं। उनके सफर का अनुभव सीधे विभाग के अधिकारियों तक पहुंचेगा। उनके सुझावों से हमें अपनी सेवाओं में सुधार का भी अवसर मिलेगा। फीडबैक से प्राप्त सूचनाओं के संकलन से हमें कमियों और क्वालिटी को बेहतर करने में सहायता मिलेगी।
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