बरेली 21 फरवरी (वार्ता): उत्तर प्रदेश के पीलीभीत-हरदोई सीमा पर बह रही नहर में सोमवार रात तेंदुआ का शव उतराता हुआ मिला। बाघ या किसी बड़े तेंदुए के हमले से मृत्यु हाेने की आशंका वैज्ञानिकों ने जाहिर की है।
आईवीआरआइ में तेंदुएं के शव का पोस्टमार्टम किया गया था। जांच में पता चला कि तेंदुए की मृत्यु कई दिन पहले हुई थी।
पीलीभीत जिले में हरदोई ब्रांच नहर में कलीनगर पुल के पास तेंदुआ का शव झाल में फंसा हुआ मिला था। इस मामले की सूचना राहगीरों ने वन विभाग की टीम को दी थी। वन विभाग टीम ने तेंदुआ का शव नहर से निकालकर पूरनपुर रेंज वन कर्मी साथ ले गए थे। तेंदुआ के शव का पोस्टमार्टम आईवीआरआइ में वन्य जीव प्राणी प्रभारी प्रधान वैज्ञानिक डा. अभिजीत पावड़े ने किया।
मंगलवार शाम डॉ. पावड़े ने बताया कि तेंदुआ की मृत्य कई दिन पहले हुई थी। ठंडे पानी में रहने की वजह से उसके शव सड़ा नहीं लेकिन पानी में रहने की वजह से तेंदुआ के शरीर की खाल से बाल छूट रहे थे, जिससे साफ था कि तेंदुआ मरने के बाद कई दिनों तक पानी में पड़ा रहा। तेंदुआ की गर्दन में बाघ या बड़े तेंदुआ के काटने के निशान थे, जिससे उसकी मृत्यु होने की आशंका है। तेंदुआ का वजन करीब 55 किलोग्राम था।