Gyanvapi Case: वाराणसी की एक अदालत ने शुक्रवार को काशी विश्वनाथ मंदिर के बगल में स्थित ज्ञानवापी मस्जिद की कार्बन डेटिंग की अनुमति दे दी। विवादित ‘शिवलिंग’ संरचना को छोड़कर परिसर का वैज्ञानिक सर्वेक्षण भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा किया जाएगा। अदालत ने एएसआई को सुनवाई की अगली तारीख 4 अगस्त तक प्रारंभिक रिपोर्ट सौंपने को कहा।
पूरा सर्वेक्षण संभवत: तीन से छह महीने के भीतर पूरा हो जाएगा।
मामले में हिंदू पक्ष, जिसका प्रतिनिधित्व वकील विष्णु शंकर जैन ने किया था, ने एक याचिका दायर की थी जिसमें अदालत से एएसआई को पूरे ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का सर्वेक्षण करने का निर्देश देने की मांग की गई थी।
मई में याचिका पर सुनवाई के लिए सहमत होने के बाद अदालत ने ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Masjid) समिति को हिंदू पक्ष द्वारा दी गई दलीलों पर अपना जवाब दाखिल करने को कहा। कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद आज का फैसला आया है।
कोर्ट में जैन ने दलील दी कि काशी विश्वनाथ मंदिर-ज्ञानवापी मस्जिद विवाद को पूरे मस्जिद परिसर की पुरातात्विक जांच से ही सुलझाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि ज्ञानवापी परिसर के तीन गुंबदों, परिसर की पश्चिमी दीवार और पूरे परिसर की आधुनिक तरीके से जांच करने पर स्थिति स्पष्ट हो सकती है (Gyanvapi Case)।