उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने आज नए संसद भवन में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इसके साथ ही, सोमवार से संसद का विशेष सत्र शुरू होने जा रहा है। इस सत्र के दौरान संसदीय कार्यवाही पुराने से नए भवन में स्थानांतरित हो सकती है। ऐसे में, संसद का विशेष सत्र शुरू होने से एक दिन पहले ही नए संसद भवन पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया।
ये नेता होंगे शामिल
संसद के इस महत्वपूर्ण अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश, केंद्रीय संसदीय कार्य राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल और वी मुरलीधरन, और राज्यसभा और लोकसभा में विभिन्न दलों के नेता भी उपस्थित रहेंगे। इस अवसर पर ध्वज फहराने से संसद की गरिमा और महत्व को और भी बढ़ा दिया गया है।
खरगे हुए नाराज
कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा गया था, लेकिन वह नाराज हैं और ध्वजारोहण समारोह में शामिल नहीं होंगे। खरगे ने आरोप लगाया है कि उन्हें काफी देर से निमंत्रण मिला और उनकी नाराजगी का पत्र भी राज्यसभा महासचिव पीसी मोदी को लिखकर जाहिर की है।
इस पत्र में उन्होंने लिखा कि कि उन्हें नए संसद भवन में ध्वजारोहण समारोह का निमंत्रण काफी देर से मिला है, जिसका उनके कार्यक्रम के साथ मेल नहीं खाता। खरगे ने इसके बजाय बताया कि वह कांग्रेस की हैदराबाद में हो रही नवगठित कार्यसमिति की बैठक में शामिल होंगे और उनके कार्यक्रम पहले से ही तय हैं, जिसके कारण वे रविवार देर रात तक ही दिल्ली पहुंच पाएंगे और ध्वजारोहण समारोह में शामिल नहीं होंगे। इस घटना से कांग्रेस की आंतरिक विवादों की ओर इशारा हो सकता है, जो पार्टी के अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता के बीच में बढ़ सकते हैं।
राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने राज्यसभा के महासचिव प्रमोद चंद्र मोदी को पत्र लिखा।
उन्होंने अपने पत्र में कहा, "नवगठित कांग्रेस कार्य समिति की बैठकें 16 और 17 सितंबर को हैदराबाद में निर्धारित की गई हैं और कल नए संसद भवन में ध्वजारोहण समारोह में शामिल होना संभव… pic.twitter.com/MGsLqsq5KC
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 16, 2023
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