Amritpal Singh: खालिस्तानी समर्थक और वारिस पंजाब दे प्रमुख अमृतपाल सिंह के साथ-साथ अब उसके करीबियों और सहयोगियों की मुश्किलें भी बढ़ती जा रही है। दरअसल, अमृतपाल सिंह के चाचा हरजीत सिंह और ड्राइवर ने पंजाब पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। हालांकि, इधर पंजाब पुलिस ने बताया कि अवैध हथियार रखने के मामले में भी पुलिस ने अमृतपाल सिंह और उनके समर्थकों के खिलाफ FIR दर्ज की है। साथ ही पुलिस का दावा है कि अमृतपाल सिंह भिंडरावाले टाइगर फोर्स जैसा संगठन बना रहा था। जिसके बाद कई सारे सवाल अब खड़े होते हैं कि क्या अमृतपाल जरनैल सिंह भिंडरांवाले जैसी कोई साजिश रचने में लगा था।
खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह के पंजाब पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ है, पुलिस अमृतपाल पर शिकंजा कसने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है। लगातार Raid से लेकर 100 से ज्यादा समर्थकों को हिरासत में लिया गया। वहीं पुलिस ने अमृतपाल सिंह और उसके समर्थकों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई शुरू की थी।
हालांकि, पुलिस ने अमृतपाल सिंह की कार का पीछा किया, लेकिन वह भागने में सफल रहा। जिसके बाद पुलिस चप्पे चप्पे में अमृतपास की तलाश कर रही है। वहीं पुलिस के मुताबिक, अमृतपाल सिंह के नेतृत्व वाले वारिस पंजाब दे के 112 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है।
अब तक क्या हुआ?
- 34 समर्थक रविवार को गिरफ्तार किया
- अबतक 112 लोगों की गिरफ्तारी हुई
- अमृतपाल के चाचा-ड्राइवर ने सरेंडर किया
- अमृतपाल के वकील की कोर्ट से गुहार लगाई
- कोर्ट में दायर की बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका
- पंजाब में आज भी हाई अलर्ट जारी है
- अमृतपाल सिंह का अब तक सुराग नहीं
- अमृतपाल की तलाश में ऑपरेशन जारी
पुलिस ने कहा- अमृतपाल (Amritpal Singh) अभी भी भगोड़ा
हालांकि, पुलिस ने बताया कि, ऑपरेशन के दौरान भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए हैं। अमृतपाल पूरी आत्मघाती आर्मी को तैयार करने में लगा था।
अवैध हथियार मामले में अमृतपाल सिंह के खिलाफ FIR दर्ज
वहीं पंजाब पुलिस ने बताया कि अवैध हथियार रखने के मामले में भी पुलिस ने अमृतपाल सिंह और उनके समर्थकों के खिलाफ FIR दर्ज की है।
अमृतपाल सिंह और उसके समर्थकों पर क्या हैं आरोप?
दरअसल, 24 फरवरी को अजनाला थाने पर हमले के लिए पंजाब वारिस दे के खिलाफ FIR दर्ज की गई। पिछले महीने, अमृतपाल और उसके समर्थकों ने तलवारें और बंदूकें लहराते हुए अवरोधकों को तोड़ दिया और अमृतसर शहर के बाहरी इलाके में अजनाला थाना में घुस गए। वे सभी अमृतपाल के एक सहयोगी की रिहाई की मांग कर रहे थे।
इस घटना में एक पुलिस अधीक्षक समेत छह पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। दुबई में रह चुके अमृतपाल सिंह को पिछले साल ‘वारिस पंजाब दे’ का प्रमुख बनाया गया था, और सभी से अमृतपाल सिंह लगातार खालिस्तान की मांग करने में लगा था। जिसके खिलाफ अब पंजाब पुलिस एक्शन मोड में आ चुकी है और राज्य भर में पुलिस और केंद्रीय बलों ने फ्लैग मार्च भी किया।
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-Tarannum Rajpoot