विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के नए अध्ययन के अनुसार, यूरोपीय व मध्य एशिया क्षेत्र में स्थित देशों और कनाडा में किशोर आयु के बच्चों के लिए स्कूलों में दबाव बढ़ रहा है, जबकि उनके लिए परिवार व मित्रों के समर्थन में कमी आ रही है। ‘स्कूली आयु के बच्चों में स्वास्थ्य व्यवहार’ नामक यह सर्वेक्षण लगभग 44 देशों में 11, 13, और 15 वर्ष की आयु के करीब दो लाख 80 हजार युवाओं से प्राप्त आंकड़ों पर आधारित है।
यह रिपोर्ट, किशोरों के स्वास्थ्य-कल्याण पर बढ़ते संकट को उजागर करती है, जिससे लड़कियां और आर्थिक रूप से वंचित किशोर सबसे अधिक प्रभावित हो रहे हैं। यूरोप में WHO के क्षेत्रीय निदेशक डॉक्टर हैंस क्लूगे ने कहा, “आज के किशोर अपने सामाजिक परिवेश में अभूतपूर्व चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। इसका उनके स्वास्थ्य और भविष्य की सम्भावनाओं पर दीर्घकालिक प्रभाव पड़ सकता है।”
उन्होंने जोर देकर कहा, “इस रिपोर्ट के निष्कर्ष, हमारे लिए एक चेतावनी की तरह हैं कि हमारे युवजन जिन हालात में बड़े हो रहे हैं, उन्हें सुधारने के लिए हमें तुरंत कार्रवाई करनी होगी।”
परिवार के समर्थन में गिरावट
किशोरों के मानसिक स्वास्थ्य और समग्र विकास के लिए परिवार और साथियों का समर्थन महत्वपूर्ण है, फिर भी रिपोर्ट में दोनों में चिंताजनक गिरावट देखने को मिली है। 2021 से 2022 के बीच, केवल 68 प्रतिशत किशोरों को अपने परिवारों से समर्थन महसूस हुआ, जबकि 2018 में यह आंकड़ा 73 प्रतिशत पर था। लड़कियों के लिए यह गिरावट और भी तेज़ थी. केवल 64 प्रतिशत ने मज़बूत पारिवारिक समर्थन महसूस किया, जबकि 2018 में यह संख्या 72 प्रतिशत थी।
सहपाठियों से समर्थन में भी तीन प्रतिशत की गिरावट आई है। यह गिरावट, खासतौर पर बड़े किशोर वर्ग के बीच अधिक स्पष्ट थी, जो पहले से ही मानसिक स्वास्थ्य चुनौतियों के प्रति अधिक सम्वेदनशील हैं। रिपोर्ट दर्शाती है कि सामाजिक-आर्थिक स्थिति किशोरों के अनुभवों को आकार देने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, जिसमें कम आय वाले किशोरों और संपन्न परिवारों के किशोरों के बीच 9 प्रतिशत का अंतर है।
यह अंतर, सहपाठियों के साथ संबंधों में भी देखने को मिला, जिसमें वंचित पृष्ठभूमि वाले किशोरों को, अपने दोस्तों या सहपाठियों से समर्थन मिलने की संभावना कम ही रहती है।