मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ग्राम उत्थान से ही राष्ट्र उत्थान संभव है। विकास को जन-आंदोलन बनाना आवश्यक है। मध्यप्रदेश को आत्म-निर्भर बनाने के लिए युवा शक्ति के साथ मिल कर कार्य करेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज भोपाल के जंबूरी मैदान पर मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास कार्यक्रम (सीएमसीएलडीपी) अंतर्गत सामुदायिक नेतृत्व युवा समागम में कहा कि सामुदायिक नेतृत्व प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए नोडल एजेंसी जन अभियान परिषद होगी। यह कोर्स शासन के अन्य नियमित पाठ्यक्रम के विद्यार्थियों के समतुल्य माना जाएगा। उच्च शिक्षा और अन्य विभाग की योजनाओं का लाभ इस पाठ्यक्रम के विद्यार्थियों को मिलेगा। सामुदायिक नेतृत्व प्रशिक्षण योजना के चयनित विद्यार्थियों की योजनाओं में जन-भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए संबंधित विभागों में कम्युनिटी इंगेजमेंट/इन्टर्नशिप प्रोजेक्ट की व्यवस्था की जाएगी।
छात्र-छात्राओं को शासन की योजनाओं के मूल्यांकन के लिए अधिकृत किया जाएगा। इनके लिए मानदेय की व्यवस्था भी रहेगी। श्री चौहान ने कहा कि जनता की जिन्दगी बदलने की जिम्मेदारी युवाओं को लेना है। यदि जज्बा, जिद और जुनून हो तो कोई भी कार्य असंभव नहीं होता। युवाओं की नेतृत्व क्षमता का लाभ जनता को मिलना चाहिए। नेतृत्व प्रशिक्षण पाठ्यक्रम पूरा करने वाले युवा सरकार की योजनाओं को जनता तक ले जाने का कार्य करेंगे। मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद से जुड़े युवा विभिन्न क्षेत्रों में अद्भुत कार्य कर चुके हैं। भविष्य में भी इनसे ऐसी भूमिका की उम्मीद है। सामुदायिक नेतृत्व प्रशिक्षण कार्यक्रम से जुड़े युवाओं को विभिन्न सुविधाएँ भी प्रदान की जाएंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश आगे बढ़ रहा है। एक वैभवशाली, गौरवशाली और शक्तिशाली भारत का निर्माण हो रहा है। भारत अब आँखें झुका कर नहीं, दुनिया के देशों से नजरें मिला कर बात करता है। कभी छोटे-छोटे देश भी भारत को आँख दिखाते थे। वर्ष 2014 के बाद स्थिति बदली है। मध्यप्रदेश भी बदल रहा है। मध्यप्रदेश आगे भी जन-सहयोग से बदलेगा। विकास में समाज का, विशेष कर युवाओं का साथ चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज इस समागम में कुछ युवाओं के विचार सुनने के बाद मुझे उनमें विकास की ललक और आग दिखाई दे रही है। मनुष्य ईश्वर का अंश है, अमृत का पुत्र है, उसके लिए कोई भी कार्य असंभव नहीं, बस आत्म-विश्वास होना चाहिए।