Yamunotri Ropeway Project, देहरादून 23 फरवरी (वार्ता) : उत्तराखंड में यमुनोत्री रो-वे परियोजना के लिए पर्यटन विभाग, निजी निर्माण कंपनी एस.आर.एम. इंजीनियरिंग और एफआईएल इंडस्ट्री प्राइवेट लिमिटेड ने अनुबंध किया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज की उपस्थिति में गुरुवार को यह अनुबंध किया गया। इस मौके पर श्री धामी ने कहा कि रोप-वे परियोजना के पूर्ण होने के बाद यमुनोत्री धाम अपने शीतकालीन स्थल खरसाली से जुड़ जायेगा। मात्र 15-20 मिनट में ही श्रद्धालु खरसाली से यमुनोत्री पहुंच जाएंगे एवं प्रदूषण मुक्त प्राकृतिक सौन्दर्य का लाभ उठा पाएंगे।
Yamunotri Ropeway Project
सतपाल महाराज ने कहा कि खरसाली से यमुनोत्री धाम तक बनने वाला यह रोप-वे मां यमुना के ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन धामों को एक साथ जोड़ने तथा उत्तराखण्ड में धार्मिक पर्यटन की संभावनाओं में एक नया अध्याय शुरू करने का कार्य करेगा। परियोजना का क्रियान्वयन तय सीमा में पूर्ण किए जाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि यमुनोत्री धाम के लिए बनने वाला 3.38 किलोमीटर लंबा यह रोप-वे मोनोकेबल डिटैच्चेबल प्रकार का होगा, जिसका निर्माण फ्रांस और स्विटजरलैंण्ड की तर्ज पर किया जायेगा। रोप-वे की यात्री क्षमता एक घंटे में लगभग 500 लोगों को ले जाने की होगी। इसके एक कोच की क्षमता आठ लोगों की होगी। लगभग 166.82 करोड़ रूपये की लागत से बनने वाले रोप-वे का लोअर टर्मिनल खरसाली में 1.787 हेक्टेयर भूमि पर बनाया जायेगा, जबकि अपर टर्मिनल 0.99 हेक्टेयर भूमि पर बनाया जायेगा। यमुनोत्री को रोप-वे से जोड़ने के साथ ही पार्किंग, आवासीय व्यवस्था, रेस्टोरेंट के निर्माण भी प्रस्तावित हैं।
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