YOGI, 29 मार्च (वार्ता)- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि प्रदेश के लोगों में बड़ा सामर्थ्य है और सरकार इस सामर्थ्य को समृद्धि से जोड़ने में लगी है। खड्डा स्थित गांधी किसान इंटर कॉलेज आयोजित 451 करोड़ रुपये की लागत वाली 106 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण करने के बाद श्री योगी ने उपस्थिति जनसमुदाय को संबोधित करते हुये कहा कि शासन की हर योजना का लाभ हर व्यक्ति तक पहुंचेगा इसमें कोई भी डकैती नहीं डाल सकता। विकास में धन की कमी आड़े नहीं आएगी। हम संकल्प के साथ आगे बढ़ रहे हैं और बड़ी बड़ी परियोजनाएं शुरू की जा रही हैं। उन्होने कहा कि कुशीनगर में बायोफ्यूल व एथेनॉल उत्पादन की अपार संभावनाएं हैं। चीनी मिलें ठीक से कार्य करें तो यहां प्रचुर मात्रा में एथेनॉल का उत्पादन होने लगेगा। एथेनॉल बनने से पेट्रोल व डीजल के लिए अरब देशों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
भारत पेट्रोल व डीजल पर 16 लाख करोड़ रुपए खर्च करता है। अब पेट्रोल व डीजल के लिए हम दूसरे देशों पर निर्भर नहीं रहेंगे बल्कि हमारी निर्भरता सिर्फ अन्नदाता किसानों पर होगी। मुख्यमंत्री ने ने कहा कि एथेनाल बनने से पैसा सीधे किसानों के खातों में पहुंचेगा। भारत के पैसे से दुनिया समृद्ध नहीं होगी, बल्कि देश का अन्नदाता किसान समृद्ध होगा। एक उद्यमी यहां पर एथेनॉल प्लांट लगाने जा रहे हैं। निवेश के अनुरूप फट्रेंड मैनपावर मिले, इसके लिए हमें आईटीआई, डिग्री कॉलेजों, विश्वविद्यालयों से औद्योगिक संस्थानों को जोड़ने की जरूरत है। युवाओं को स्किल डेवलपमेंट के लिए आधा मानदेय उद्योग देंगे तो आधा मानदेय पीएम-सीएम इंटर्नशिप योजना के तहत सरकार देगी।
YOGI: सामर्थ्य को समृद्धि से जोड़ने में जुटी है सरकार
युवाओं के ट्रेंड होने पर उनकी नौकरी व रोजगार की व्यवस्था सरकार कराएगी। श्री योगी ने कहा कि आज गरीबों, वंचितों को न्याय व शासन की सुविधाएं प्राप्त हो रही हैं। कोरोना संकट में जब पूरी दुनिया थर-थर कांप रही थी, तब भारत अपने नागरिकों के साथ मजबूती से खड़ा था। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में सभी के लिए फ्री टेस्ट, फ्री उपचार, फ्री वैक्सीन, देश में 80 करोड़ तथा प्रदेश में 15 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन का लाभ देने की व्यवस्था की गई। पहली बार महामारी में किसी की मौत भुखमरी से नहीं हुई। संवेदनशील सरकार की यही पहचान होती है। डबल इंजन की सरकार विपत्ति में सभी नागरिकों के साथ खड़ी थी।
उन्होने कहा कि कुशीनगर मेरे लिए अपने घर जैसा है। लंबे समय तक आप सबके बीच रहकर यहां की समस्याओं को जानने तथा कार्य करने का मुझे लंबा अनुभव है। आपके बीच रहकर जो जाना और सीखा उस अनुभव का लाभ आज उत्तर प्रदेश के सभी नागरिकों को मिल रहा है।