नई दिल्ली 8 जून 2025 दिल्ली सरकार तथा दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के कथित गठजोड़ को सिखों के धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप बताते हुए शिरोमणी अकाली दल दिल्ली इकाई की तरफ से आज संसद की ओर कूच किया गया। दिल्ली कमेटी के पूर्व अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना तथा मनजीत सिंह जीके के संयुक्त नेतृत्व में सतनाम-वाहेगुरु का जाप करते हुए हजारों लोगों ने शिरोमणी अकाली दल, प्रदेश कार्यालय से संसद की ओर रोष मार्च शुरू किया। परन्तु दिल्ली पुलिस ने बैरिकेडिंग करके इन्हें गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब गोल चक्कर पर रोक लिया।
जिसके बाद शिरोमणी अकाली दल के पूर्व अध्यक्ष मास्टर तारा सिंह की प्रतिमा के सामने दोनों नेताओं ने संगतों को संबोधित किया। अकाली नेताओं ने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार के मंत्रियों के द्वारा सियासी दुर्भावना के तहत दिल्ली कमेटी के 2 निर्वाचित सदस्यों की सदस्यता रद्द करने के विरोध में आज हजारों पंथ परस्त सिखों यहां जुटें हैं। इस अवसर पर दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का पुतला नहीं जलाने दिया और पुतला फाड़ दिया गया। जिस वजह से काफी देर तक टकराव भी चला।सरना ने दावा किया कि भाजपा लगातार सिखों की धार्मिक कमेटीयों में दखल दे रहीं हैं।
हजूर साहिब, पटना साहिब, हरियाणा कमेटी के बाद अब यह सियासी हस्तक्षेप दिल्ली कमेटी तक पहुंच गया है। हमारे दो चुनें हुए दिल्ली कमेटी सदस्यों को बेदखल करके कथित शराबी-कबाबी लोगों को कमेटी सदस्य बना दिया गया हैं। यह सिखों के धार्मिक मामलों में सरकार का सीधा हस्तक्षेप है। प्रधानमंत्री तथा केन्द्रीय गृह मंत्री बहुत समझदार है, उन्हें वक्त को समझ के फैसले लेने चाहिए, क्योंकि यह काम भाजपा को बहुत महंगा पड़ेगा। क्योंकि दिल्ली हाईकोर्ट से याचिका वापस लेकर वापस भागें लोगों को अनैतिक तरीके से दिल्ली कमेटी सदस्य बनाने की ग़लती की गई हैं।
सरना ने कहा कि मास्टर तारा सिंह की उंगली आज भी देश की संसद की ओर है। यह इशारा है कि सरकार आजादी के समय उनसे किए गए वादों को पूरा करें। पर सरकार सिखों के साथ टकराव के रास्ते पर चल रही है।जीके ने कहा कि हम सड़क से अदालतों तक इस लड़ाई को लड़ेंगे और सरकारी अन्याय तथा अनैतिक कार्यों का विरोध करेंगे। क्योंकि सरकार ने लोकतंत्र का कत्ल किया है। हम माकूल जवाब देंगे, एक सरकारी क्लर्क को आगे करके पर्दे के पीछे से इस खेल को खेलने वालों को संगतों के सामने नंगा करेंगे। हमारा गुस्सा दिल्ली सरकार और दिल्ली कमेटी दोनों के खिलाफ है। क्योंकि दिल्ली सरकार दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद आम चुनावों के लिए वोटर बनाने की बजाएं चोर मोरी से सदस्यों की गैरकानूनी तरीके से अदला-बदली कर रहीं हैं।
जिन सदस्यों की सदस्यता खत्म की गई, उन्हें कोई अग्रिम नोटिस नहीं दिया गया और जिन्हें नया सदस्य बनाया गया, उनकी योग्यता दिल्ली कमेटी की धारा 10 के तहत जांची नहीं गई और ना ही उनका गुरुमुखी भाषा का टैस्ट लिया गया। इस मौके पर दिल्ली कमेटी के कई सदस्य तथा बड़ी संख्या में अकाली दल के पदाधिकारी तथा कार्यकर्ता मौजूद थे।