MP में अतिवृष्टि का कहर, 20 से अधिक जिलों में फसलें बर्बाद

अतिवृष्टि
बारिश

मध्य प्रदेश में अल्पवृष्टि और अतिवृष्टि के कारण किसानों को बड़ी हानि हो रही है, विशेषकर सोयाबीन की फसल में। यह समस्या कई कारणों के संयोजन के चलते हुई है:`

  1. अल्पवृष्टि का प्रभाव: प्रदेश में पहले ही अल्पवृष्टि के कारण किसानों को फसल की बुआई और पानी की कमी का सामना करना पड़ता था। इसके कारण सोयाबीन की फसल मुरझा गई थी।
  2. इल्लियों की समस्या: इल्लियों के कीटनाशकों के कारण किसानों ने अपनी फसल को इल्लियों से बचाने के लिए खर्च किया था, लेकिन बारिश के कारण ये उपाय नकारात्मक रूप से प्रभावित हुए।
  3. अतिवृष्टि का प्रभाव: बारिश के कारण भूमि में पानी भर गया है और इसके कारण सोयाबीन की फसल को नुकसान हुआ है।

इस स्थिति में, सरकार को किसानों की मदद करने के लिए उपायों को ढूंढने की जरूरत है। खेती के लिए विभिन्न किस्मों के बीज और कृषि तकनीकियों का अधिक प्रसार किया जाना चाहिए ताकि किसान अपने किसानी का प्रबंध कर सकें। साथ ही, सरकार को नुकसान प्रदान करने और किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करने की भी जरूरत होती है ताकि वे इस मुश्किल समय में अपनी आर्थिक स्थिति को सुधार सकें।

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