आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पांचों लोकसभा सीटों में सबसे चर्चित अनंतनाग-राजौरी सीट पर मियां अल्ताफ अहमद लारवी चुनाव जीते हैं। पीर पंजाल पर्वत के दोनों तरफ जम्मू संभाग और कश्मीर में विस्तृत अनंतनाग-राजौरी सीट पर मियां अल्ताफ अहमद 5,21,836 वोटों के साथ विजयी रहे हैं वहीं पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती को 2,40,042 वोट मिले और दूसरे स्थान पर रहीं।
जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी के जफर इकबाल मनहास 1,42,195 वोटों से आगे नहीं बढ़ पाए और तीसरे स्थान पर सीमित रहे। मियां अल्ताफ की यह लगातार छठी चुनावी जीत है।
इससे पहले वह पांच बार विधानसभा का चुनाव जीत चुके हैं। महबूबा मुफ्ती को इस सीट पर लगातार दूसरी बार हार का मुंह देखना पड़ा है। साल 2019 में भी वह अनंतनाग सीट हार गई थी।
गुज्जर-बक्करवाल समुदाय का पीर होना काम आया
राजनीतिक मामलों के जानकारों का मानना है कि अनंतनाग-राजौरी सीट पर नेशनल कान्फ्रेंस की जीत में मियां अल्ताफ का गुज्जर-बक्करवाल समुदाय का पीर होना भी बड़े काम आया। नेकां को जो वोट मिला है वह पूरी तरह से धर्म के आधार पर और भाजपा, पीडीपी के खिलाफ मिला है।