ऑक्सीटेक के मुताबिक जेनेटिकली मॉडिफाई मच्छर, जंगली मादा मच्छरों के साथ प्रजनन की कोशिश करते हैं. इनके अंदर एक खास तरह का जीन है, जो जंगली मादा मच्छरों को प्रजनन की उम्र तक पहुंचने से रोक देता है अफ्रीका के तमाम देश मच्छर और इससे होने वाली बीमारियों से बुरी तरह परेशान हैं. अब मच्छरों से निपटने के लिए एक अनूठा रास्ता ढूंढ निकाला है.
- पूर्वी अफ्रीकी देश जिबूती में लैब में पैदा किए गए लाखों मच्छरों को छोड़ा गया है. मकसद जंगली मादा मच्छरों का खात्मा है. जो डेंगू-मलेरिया जैसी बीमारिया फैलाती हैं. बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक इन मच्छरों को ब्रिटेन की कंपनी ऑक्सीटेक ने डेवलप किया है. इनको जेनेटिकली मॉडिफाई किया गया है. ये मच्छर न तो इंसान को काटते हैं और ना कोई बीमारी फैलाते हैं. उल्टा इंसान को काटने वाली जंगली मादा मच्छरों को खत्म करते हैं ऑक्सीटेक के मुताबिक जेनेटिकली मॉडिफाई मच्छर, जंगली मादा मच्छरों के साथ प्रजनन की कोशिश करते हैं. इनके अंदर एक खास तरह का जीन है, जो जंगली मादा मच्छरों को प्रजनन की उम्र तक पहुंचने से रोक देता है. प्रजनन के दौरान ज्यादातर जंगली मच्छरों की जान चली जाती है.