नारनौल शिक्षा विभाग ने जिले में बड़ा फेरबदल किया है। जिले में किए गए इस फेरबदल को 11 अप्रैल को उन्हाणी के पास हुए हादसे से जोड़कर देखा जा रहा है। इस हादसे के बाद जिला प्रशासन ने एडीसी दीपक बाबूलाल करवा की अध्यक्षता में जांच कमेटी गठित की थी। इस कमेटी ने अपनी रिपोर्ट उपायुक्त को सौंपी थी, यह रिपोर्ट उपायुक्त के माध्यम से प्रदेश सरकार को भेजी गई थी। सौंपी गई रिपोर्ट में जिला शिक्षा अधिकारी और आरटीए को लापरवाही के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था। इस रिपोर्ट के बाद अब शिक्षा विभाग ने यह बड़ा फेरबदल किया है। डीईओ सुनील दत्त को डाइट प्राचार्य महेंद्रगढ़ लगाया है। वहीं डीईईओ संतोष चौहान को पदोन्नति देते हुए जिला शिक्षा अधिकारी नियुक्त किया है। वहीं नूंह डाइट प्राचार्य को जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी लगाया गया है।
बता दें कि 11 अप्रैल को उन्हाणी के पास निजी स्कूल की बस में सवार छह बच्चों मासूम बच्चों की मौत हो गई थी। बस चालक ने शराब का भी सेवन किया हुआ था। जिस दिन घटना घटित हुई उस दिन ईद की छुट्टी थी, लेकिन इसके बावजूद स्कूल संचालक ने स्कूल खोला हुआ था। छह मासूमों की हादसे में मौत होने से यह मामला सुर्खियों में रहा था। इस दौरान कुछ लोगों ने जिला शिक्षा अधिकारी पर लापरवाही बरतने के आरोप लगाए थे। इसके बाद जिला प्रशासन ने एडीसी की अध्यक्षता में जांच कमेटी गठित की थी। इस कमेटी की रिपोर्ट में आरटीए और डीइओ दोनों की जिम्मेदारी तय की गई थी, उन पर सरकार को कार्रवाई के लिए लिखा था। इस रिपोर्ट के बाद अब यह बड़ा फेरबदल शिक्षा विभाग में चर्चा का विषय बन गया है। हालांकि जिला शिक्षा अधिकारी इस मामले में लापरवाही के आरोपों को निराधार बताते रहे हैं।