कव्वालियां और भजन पेश कर बच्चों ने दिया सद्गुरु का संदेश

कठुआ। आने वाली पीढ़ी को संस्कारवान बनाने की दिशा में संत निरंकारी भवन कठुआ में बाल समागम का आयोजन किया गया। इसमें बच्चों ने धार्मिक लघु नाटक, कव्वालियाें व भजन पेश कर सद्गुरु का संदेश दिया।

जम्मू संभाग की 21 शाखों के प्रतिभागियों ने इसमें भाग लिया। समागम में विशेष रूप से देहरादून से आए संत सचिन परमार ने प्रतिभागी बच्चों को अपना आशीष देते हुए कहा कि यह सद्गुरु की कृपा है कि जो हर वर्ग को छूकर उसकी नींव को पक्का कर रही है। आध्यात्मिक जगत में भी कामयाबी उसी को हासिल हो सकती है, जिसकी नींव पक्की हो क्योंकि इस पर ही इमारतें बन सकती हैं। उन्होंने कहा कि अगर हमें मनुष्य का जीवन मिला है, सत्संग मिला है और संत का साथ मिला है तो उसके बाद भी जीवन में बदलाव नहीं आया तो कब आएगा। उन्होंने कहा कि जो भक्ति रस में डूब जाते हैं, वे जीवन का पूरा आनंद लेते हुए अपनी इस जीवन यात्रा को तय करते हैं।

संत सचिन परमार ने कहा कि मनुष्य के जीवन में ज्ञान ही एक ऐसा माध्यम है, जिससे वह हर समस्या का हल निकाल सकता है। हर मुश्किल को आसान कर सकता है क्योंकि संसार में दुख-सुख आते-जाते रहते हैं। उसे ज्ञान से काटा जा सकता है। इस अवसर पर संत निरंकारी मंडल के जोनल इंचार्ज अजीत सिंह ने भी अपने प्रवचनों से प्रतिभागी बच्चों को आशीष दिया।