ईरान और इजरायल के बीच जंग जारी है। इस संघर्ष के बीच ईरान से भारतीयों को निकालने के लिए भारत ने ऑपरेशन सिंधु शुरू किया है। जिसके तहत अब तक 110 भारतीयों को निकाला जा चुका है, इनमें कश्मीरी छात्र सबसे ज्यादा है।
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गुरुवार को पुष्टि की कि ईरान से निकाले गए जम्मू-कश्मीर के 94 भारतीय छात्र सुरक्षित रूप से दिल्ली पहुंच गए हैं। सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में, सीएम ने लिखा कि सरकार छात्रों की जम्मू-कश्मीर वापसी की सुगम यात्रा सुनिश्चित करने के लिए परिवहन व्यवस्था कर रही है। हालांकि, छात्रों को भेजी जाने वाली बसों पर भी सवाल उठे।
दरअसल, दिल्ली से छात्रों को वापस लाने के लिए जम्मू-कश्मीर सरकार द्वारा जो बसें व्यवस्थित की गईं, उनकी हालत बिल्कुल खस्ता थी। छात्रों ने बसों की हालत को लेकर मुद्दा उठाया। जिसके बाद जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने एक्स पर एक पोस्ट के माध्यम से सूचित किया कि इस मुद्दे पर गौर किया गया है और अधिकारियों को इसके बारे में निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि ईरान, खासकर तेहरान में स्थिति दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है। वहां की स्थिति प्रतिदिन खराब होती जा रही है… तेहरान में स्थिति विशेष रूप से बहुत खराब है। सभी भारतीय छात्रों को वहां से निकाला जा रहा है। हम उर्मिया विश्वविद्यालय से हैं। भारतीय अधिकारी अच्छा काम कर रहे हैं। सभी छात्रों को निकाला जा रहा है और सुरक्षित स्थान पर ले जाया जा रहा है।