चुनाव प्रभारी माधव दोपहर तीन बजे पहुंचे जम्मू

जम्मू।

विनोद कुमार

पांच अगस्त 2019 के बाद 370 में संशोधन और 35ए के हटने के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर में होने जा रहे चुनावों को लेकर भाजपा गंभीर है। पार्टी उम्मीदवारों के चयण में किसी तरह का जोखिम नहीं लेना चाहती। यही कारण है कि पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) बीएल संतोश स्वयं जम्मू पहुंचे है। 2014 के विधानसभा चुनावों में अहम भूमिका निभाने वाले राम माधव भी आज दोपहर की जम्मू पहुंचे है। संघ और भाजपा के बड़े नेताओं के बीच टिकटों के वितरण को लेकर अहम बैठक होगी। बैठक में प्रत्येक चरण के लिये उम्मीदवारों की सूची पर विचार किया जाएगा।

इस के पहले संगठनात्मक जिलों के पांच पांच नेताओं की अलग अलग बैठकों के बाद प्रस्तावित उम्मीदवारों की सूची तैयार की है। जम्मू संभाग की सभी 43 सीटों के तीन-तीन उम्मीदवारों की संभावित लिस्ट बनाई गई है। बैठक में संभावित उम्मीदवारों पर चर्चा की जाएगी और जीत सुनिश्चित करने वाले उम्मीदवारों को ही मैदान में उतारा जाएगा। बीएल संतोश, राम माधव,जी किशन रेड्डी, अशोक कौल सहित अन्य बडे़ नेता आरएसएस के पदाधिकारियों से मुलाकात के बाद ठिकटों को अंतिम रूप देंगे।

भारतीय जनता पार्टी के लिये जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव बहुत अहम है। पांच अगस्त 2019 को केंद्र सरकार ने संवैधानिक बदलाव करते हुए 370 में संशोधन किया और 35ए को हटाया था। उसके बाद जम्मू-कश्मीर की कईं सियासी जमातों ने सुप्रीम कोर्ट का दरबाजा भी खटखटाया था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने सरकार के फैसले को उचित ठहराया और साथ ही साथ केंद्र सरकार को 30 सितंबर तक जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव करवाने का निर्देश दिया है। निर्वाचन आयोग ने चुनाव का भी ऐलान कर दिया है। जम्मू-कष्मीर में तीन चरणों में चुनाव करने का ऐलान किया है। पहले चरण की अधिसूचना मंगलवार को जारी की जाएगी और आखिरी चरण का मतदान पहली अक्तूबर को होगा और चार अक्तूबर को गिनती होगी।

वीरवार को चुनाव प्रभारी एवं केंद्रीय मंत्री जी के रड़डी, जम्मू-कष्मीर मामलों के प्रभारी एवं राश्ट्रीय महामंत्री तरूण चुग सहित अन्य नेताओं ने प्रदेष पदाधिकारियों की बैठक ली। बैठक में सभी नेताओं को जम्मू-कष्मीर के विधानसभा चुनावों की अहमियत बताई और हर हाल में चुनाव जीतने का मंत्र दिया।