सत्र के दूसरे दिन, जम्मू और कश्मीर विधानसभा की शुरुआत अध्यक्षों के पैनल के बारे में अध्यक्ष की घोषणा के साथ हुई।
इस दिन का मुख्य फोकस कई प्रमुख नेताओं की स्मृति का सम्मान करना है जिनका निधन हो गया है।
अध्यक्ष ने भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी जैसे नेताओं को सम्मान दिया।
सत्र के दौरान विधानसभा जम्मू-कश्मीर के पूर्व केंद्रीय मंत्रियों, विधान सभा के सदस्यों (विधायकों) और विधान परिषद के सदस्यों (एमएलसी) की विरासत का भी सम्मान करेगी।
विधानसभा चमन लाल गुप्ता, अब्दुल रशीद डार, मदन लाल शर्मा, मोहम्मद शरीफ नियाज, सैयद मुश्ताक अहमद बुखारी, रणधीर सिंह और गोविंद राम सहित क्षेत्र के कई सम्मानित नेताओं को श्रद्धांजलि देगी। जम्मू-कश्मीर के लोगों के प्रति उनकी वर्षों की सेवा और समर्पण को कृतज्ञतापूर्वक स्वीकार किया जाएगा।
मंत्रियों के अलावा, विधानसभा पूर्व विधायकों और संविधान सभा के सदस्यों को भी याद करेगी, जिनमें दवेंद्र सिंह राणा, कृष्ण देव सेठी, हाजी अब्दुल अजीज पर्रे, मोहम्मद यासीन शाह, रछपाल सिंह, सैयद अली शाह गिलानी, मोहम्मद शफी खान और शामिल हैं। अब्दुल गनी नसीम।
इस गंभीर श्रद्धांजलि ने इन नेताओं की विरासत का जश्न मनाने और जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक स्तर पर उनके प्रभाव को स्वीकार करने का काम किया।