आपकी जानकारी के लिए बता दे की सभी कयासों पर विराम लगाते हुए उधमपुर से सांसद बने डॉ. जितेंद्र सिंह एक बार फिर केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल हो गए हैं। उन्होंने रविवार को स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री के तौर पर राष्ट्रपति भवन में शपथ ली। उन्होंने न सिर्फ सांसदी में बल्कि केंद्रीय मंत्री के रूप में भी हैट्रिक लगाई है। वह जम्मू-कश्मीर के पहले ऐसे नेता हैं, जिनको लगातार तीन बार की केंद्रीय सरकार में शामिल किया गया हो।
शपथ ग्रहण से पहले इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि जम्मू से सांसद के रूप में हैट्रिक लगाने वाले भाजपा सांसद जुगल किशोर के भी मंत्रिमंडल में स्थान मिल सकता है, परंतु भाजपा के टॉप थिंक टैंक में शामिल डॉ. जितेंद्र सिंह ने बाजी मार ली। बताते चलें कि डॉ. जितेंद्र सिंह के रहते हुए जम्मू-कश्मीर में कई परियोजनाओं को अमलीजामा पहनाया गया है। साथ ही वह पीएमओ में मंत्री रहे हैं। इंडिया गठबंधन के संयुक्त प्रत्याशी के खिलाफ उन्होंने तीसरी बार बड़े अंतर से जीत हासिल की। यह उपलब्धियां उनके पक्ष में रहीं।
शपथ लेने से पहले ही बधाइयों का तांता
डॉ. सिंह के शपथ लेने से पहले ही उनके समर्थकों और पार्टी नेताओं द्वारा बधाई देने वालों का तांता लग गया। सोशल मीडिया पर उनके समर्थकों एवं कार्यकर्ताओं ने शपथ लेने से पहले ही उन्हें बधाई दे दी। डॉ. सिंह ने अपने दिल्ली आवास पर कार्यकर्ताओं को विशेष भोज के लिए दिन में ही बुला लिया था। उन्होंने जम्मू-कश्मीर से शपथ समारोह में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे 250 लोगों से भी मुलाकात की।
मधुमेह विशेषज्ञ से तीसरी बार मंत्री बने तक
वर्ष 2010 में डॉ. जितेंद्र सिंह मेडिकल कालेज जम्मू में बतौर मधुमेह विशेषज्ञ तैनात थे। अचानक उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया। उस समय भाजपा जम्मू -कश्मीर में इतनी प्रभावी नहीं थी। वर्ष 2014 में उन्हें पार्टी ने लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाया। वह बड़े पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद को हरा दिया। इसके बाद उन्हें मंत्री बनाया गया। तब से जितेंद्र सिंह ने मंत्रिमंडल में अपना स्थान बरकरार रखा। वह पीएमओ में रहकर प्रधानमंत्री के टच में रहे। साथ ही प्रदेश में भाजपा को मजबूत करने में मदद की।