बता दें कि केंद्र सरकार के हिट एंड रन कानून के विरोध का व्यापक असर देखने को मिल रहा है। मंगलवार को हड़ताल के दूसरे दिन ट्रांसपोर्ट की दिक्कत के साथ ही लोगों के सामने ईंधन की भी समस्या खड़ी हो गई है। इसके साथ ही जम्मू और कश्मीर दोनों संभागों के अलग-अलग पेट्रोल पंपों पर तेल भरवाने के लिए भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। इस बीच प्रशासन ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि वे घबराएं नहीं। प्रदेश में पर्याप्त ईंधन का स्टॉक उपलब्ध है।
चालक और ट्रांसपोर्ट से जुड़े संगठनों की हड़ताल के चलते जम्मू से उधमपुर, डोडा, किश्तवाड़, कठुआ को जाने वाली निजी बसों के पहिए भी थम गए हैं। कुछेक बसें चल रही हैं, जिन्हें भी रूट पर जाने से प्रदर्शनकारियों की तरफ से रुकने का आह्वान किया जा रहा है। वहीं, इन रूटों पर जाने वाले यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
जम्मू में कुछ पेट्रोल पंप पर ईंधन खत्म हुआ, तो अन्य पंपों पर भारी भीड़ उमड़ पड़ी। सुबह से पेट्रोल पंपों पर लंबी-लंबी कतारें देखने को मिल रही हैं। आयल एंड एलपीजी ट्रक ड्राइवर यूनियन की तरफ से हड़ताल का आह्वान किया गया है। इसके कारण कई जगह पर फ्यूल की सप्लाई प्रभावित हुई है। मंगलवार को दूसरे दिन 1500 टैंकर रवाना नहीं हुए। इससे लोगों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया है।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि नए कानून जबरन थोपा जा रहा है। यह कानून हर महज पेशेवर चालक नहीं बल्कि हर चालक पर लागू होगा। ऐसे में लोगों को भी चाहिए कि वे इस कानून के विरोध करें। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार से अपील है कि इस कानून पर भी मंथन किया जाए और इसे बदला जाए। ट्रांसपोर्टरों और चालकों की देशव्यापी हड़ताल का असर घाटी में देखने को मिल रहा है। फ्यूल खत्म हो जाने की अफवाह के चलते बड़ी संख्या में लोग पेट्रोल पंप पर ईंधन भरवाने के लिए पहुंच रहे हैं। श्रीनगर के पेट्रोल पंपों पर भी लोगों को लंबी कतारें देखने को मिली। कई लोग तो बोतल व कैन लेकर भी ईंधन लेने के लिए पहुंच गए। उधर, प्रशासन ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे घबराएं नहीं। लोगों के प्रयोग के लिए उचित मात्रा में ईंधन उपलब्ध है।