जिंदगी में कोई भी काम बिना मेहनत और लगन के पूरा नहीं होता है और इसे करने के लिए हमें अपना दिमाग भी लगाना पड़ता है, जिसको लगाकर हम कुछ समय के लिए स्ट्रेस तो फील करते ही हैं। ऐसे में लोग अकसर स्ट्रेस को सामान्य समझकर अनदेखा कर देते हैं, लेकिन ज्यादा सोचने की वजह से कब यह एंग्जायटी का रूप ले लेता है, पता भी नहीं चलता और हम धीरे-धीरे एक मानसिक बीमारी की गिरफ्त में आ जाते हैं। आजकल की बहुत ही बिजी और भागदौड़ भरी लाइफ में किसी को किसी के बारे में सोचने और समझने का समय भी कहां है। ऐसे में हर वर्ग चाहे वो बच्चा हो या बड़ा या फिर बुर्जुग ही क्यों न हों सभी स्ट्रेस की चपेट में तो आ ही जाते हैं। हालांकि, लेकिन इससे घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि कुछ ऐसे फूड्स हैं, जिन्हें खाकर इससे जल्द छुटकारा पाया जा सकता है। तो आइए जानते हैं इनके बारे में-
मैग्निशियम या हरी पत्तेदार सब्जियां
मैग्निशियम का सबसे अच्छा सोर्स हरी पत्तेदार सब्जियां हैं, जिन्हें हम बहुत ही आसानी से डाइट का हिस्सा बना सकते हैं और फिर इन्हें अपनी डेली रूटीन शामिल कर सकते हैं। इसके सेवन से हमारा दिमाग शांत और खुश रहता है। साथ ही एंग्जायटी को कम भी किया जा सकता है।
साबुत अनाज या कॉम्प्लेक्स कार्ब्स
कार्ब्स हमारे दिमाग में सेरोटोनिन नामक केमिकल को बढ़ावा देने का काम करता है, जिससे ब्लड सर्कुलेशन में एनर्जी का संचार होता है और फिर हमारा दिमाग फ्रेश फील करता है। इसके लिए आपको जौ, गेहूं, क्विनोवा, ओट्स आदि साबुत अनाजों को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए।
ओमेगा थ्री फैटी एसिड
साल्मन, ट्यूना, जैसी फैटी फिश, बादाम,अखरोट और फ्लैक्सीसीड्स जैसे फूड्स में भरपूर मात्रा में ओमेगा थ्री फैटी एसिड पाया जाता है, जो हमारे मस्तिष्क के स्वास्थ का ख्याल रखने का काम करता है, जिससे एंग्जायटी को कम किया जा सकता है।
विटामिन सी रिच फल या खट्टे फल
मानसिक स्वास्थ्य को तंदुरुस्त बनाने के लिए विटामिन सी युक्त फलों का सेवन सबसे अच्छा विकल्प है। इसके लिए हमें नींबू, आंवला, ऑरेंज, मुसम्मी जैसे फल खाना चाहिए ।
जिंक
जिंक से भरपूर फूड्स हमारे मस्तिष्क का ख्याल रखने में मदद करता है, जिसकी वजह से स्ट्रेस और एंग्जायटी को कम करने में मदद मिलती है। इसके लिए चिकन, अंडे, मूंगफली, काजू,बादाम आदि का सेवन जरूर करें।
हल्दी
बायोएक्टिव कंपाउंड करक्यूमिन से भरपूर हल्दी के सेवन से मस्तिष्क को हैप्पी हार्मोन डोपमाइन और सेरोटोनिन को बढ़ावा मिलता है, जो स्ट्रेस को कम करता है।