प्रयागराज: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में शहीद हुए कानपुर के शुभम द्विवेदी की अस्थियां आज संगम में विसर्जित की गईं। भाई सौरभ द्विवेदी अपनी पत्नी ऐशान्या द्विवेदी और परिवार के सदस्यों के साथ अस्थि कलश लेकर प्रयागराज पहुंचे।
संगम की रेती पर पुजारी ने करीब आधे घंटे तक अनुष्ठान किया। इसके बाद चचेरे भाई सौरभ ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच शुभम द्विवेदी (31) की अस्थियां संगम में विसर्जित कीं। पूछने पर शुभम द्विवेदी की पत्नी ऐशान्या रुंधे गले से सिर्फ इतना ही कह पाईं कि वह चाहती हैं कि उनके पति को शहीद का दर्जा दिया जाए और आतंकियों का सफाया किया जाए। उन्होंने कहा कि केंद्र की ओर से अभी तक ऐसी कोई कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होंने कहा, ‘जब तक आतंकवाद खत्म नहीं हो जाता, मैं बदला नहीं लूंगी।’
शुभम के भाई सौरभ ने कहा कि उनकी सरकार से दो ही मांगें हैं, एक तो उनके भाई को शहीद का दर्जा दिया जाए और दूसरा आतंकवाद का खात्मा किया जाए। उन्होंने कहा कि हमारे भाई को मारने वाले आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा, सरकार को उनका भी खात्मा करना चाहिए। आतंकवाद की जड़ें बहुत गहरी हैं, इसलिए उसे उखाड़ फेंकना जरूरी है। दो-चार को मारने से कुछ नहीं होगा। दो को मारेंगे तो चार और भेज देंगे।
आतंकवाद को जड़ से खत्म करना होगा। इस दौरान बड़ी संख्या में स्थानीय कांग्रेस नेता मौजूद रहे। यूपी कांग्रेस महासचिव विवेकानंद पाठक ने कहा कि 12 दिन हो गए हैं, सरकार अभी तक हाथ पर हाथ धरे बैठी है, जबकि पूरा विपक्ष सरकार के साथ है और कह रहा है कि सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि भविष्य में कोई आतंकी घटना करने वालों को यह संदेश जाए कि अगर उन्होंने भारत की तरफ गलत नीयत से देखा तो अंजाम अच्छा नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी उनके घर गए थे, और प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी उनके परिजनों से बात की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में भी यह बात उठाई गई कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए सभी लोगों को शहीद का दर्जा दिया जाए।
उन्होंने कहा, “कांग्रेस इसके लिए प्रतिबद्ध है।” गौरतलब है कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटक मारे गए थे। शुभम को ऐशन्या के सामने गोली मारी गई थी। आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध फायरिंग की थी, जिसमें कानपुर के शुभम द्विवेदी की भी मौत हो गई थी।