बेंगलुरु: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने श्रम मंत्री संतोष लाड को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम पहुंचने का निर्देश दिया है, जहां आतंकवादी हमले में पर्यटकों सहित 26 लोग मारे गए हैं। उन्होंने प्रभावित कन्नड़ लोगों की सुचारू वापसी सुनिश्चित करने को भी कहा है।
उन्होंने बताया कि हमले के बाद वहां फंसे लोगों को बचाने के लिए अधिकारियों की एक टीम मंगलवार शाम को कश्मीर रवाना की गई। अब तक इस हमले में कर्नाटक के कम से कम दो लोगों के मारे जाने की खबर है।
कश्मीर के पहलगाम शहर के पास एक प्रसिद्ध घास के मैदान में मंगलवार दोपहर आतंकवादियों ने गोलीबारी की, जिसमें 26 लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे, जो 2019 में पुलवामा हमले के बाद घाटी में सबसे घातक हमला है।
एक उच्च पदस्थ अधिकारी ने विस्तृत जानकारी दिए बिना बताया कि मृतकों में दो विदेशी (यूएई और नेपाल से) और दो स्थानीय लोग शामिल हैं। अधिकारियों ने बताया कि 26 पीड़ितों में से 22 की पहचान हो गई है और बाकी चार की पहचान का पता लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
सिद्धारमैया ने ‘एक्स’ पर लिखा, “आज जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में मौतों की बढ़ती संख्या ने चिंता बढ़ा दी है। जब मैं हमले में मारे गए निर्दोष लोगों के बारे में सोचता हूं तो मेरा दिल दुखता है।”
दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना करते हुए उन्होंने कहा, यह अत्यंत दुखद है कि यात्रा पर गए कई कन्नड़ लोगों की मृत्यु हो गई। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कन्नड़ लोगों को सुरक्षित वापस राज्य में लाने के लिए हरसंभव प्रयास करेगी।
उन्होंने मंगलवार को कहा, “यह महसूस करते हुए कि इस संबंध में हमारी सरकार से अधिक सहायता की आवश्यकता है, मैंने श्रम मंत्री संतोष लाड को कश्मीर जाकर पूरे अभियान की निगरानी करने का निर्देश दिया है।”
सूत्रों ने बताया कि बेंगलुरु के भारत भूषण नामक व्यक्ति की आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी, जबकि उसकी पत्नी सुजाता और उसके तीन वर्षीय बेटे को बख्श दिया गया। शिवमोगा के एक अन्य रियल एस्टेट कारोबारी मंजूनाथ राव की भी पहलगाम में हत्या कर दी गई।