कैंसर एक गंभीर बीमारी है, जिसका वक्त पर पता न लगने की वजह से वह जानलेवा भी साबित हो सकता है। दुनियाभर में मौतों की दूसरी सबसे बड़ी वजह माना जाने वाली इस बीमारी के कई प्रकार होते हैं। यह शरीर के जिस हिस्से को प्रभावित करता है, वह कैंसर उस नाम से जाना जाता है। ऐसे ही, पैंक्रियाज में होने वाले कैंसर को प्रैंक्रियाटिक कैंसर कहा जाता है। आइए जानते हैं इसके लक्षण और इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातें।
पैंक्रिया एक ग्लैंड होता है, जो पेट में मौजूद होता है। यह इंसुलिन बनाता है, जो ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए आवश्यक होता है और साथ ही, डाइजस्टिव एंजाइम्स भी रिलीज करता है, जो खाना पचाने के लिए आवश्यक होते हैं। पैंक्रियाटिक कैंसर में पैंक्रियाज के सेल्स में असामान्य बदलाव होने लगते हैं और सेल्स अनियंत्रित तरीके से बढ़ने लगते हैं। सेल्स के अनियंत्रित ग्रोथ की वजह से ट्यूमर बन जाता है, जो जानलेवा हो सकता है। इसलिए वक्त रहते इसका पता लगाना बेहद महत्वपूर्ण होता है।
कैंसर एक गंभीर बीमारी है, जिसका वक्त पर पता न लगने की वजह से वह जानलेवा भी साबित हो सकता है। दुनियाभर में मौतों की दूसरी सबसे बड़ी वजह माना जाने वाली इस बीमारी के कई प्रकार होते हैं। यह शरीर के जिस हिस्से को प्रभावित करता है, वह कैंसर उस नाम से जाना जाता है। ऐसे ही, पैंक्रियाज में होने वाले कैंसर को प्रैंक्रियाटिक कैंसर कहा जाता है।