चुनावी नतीजों के बाद शेयर बाजार में तेजी आई। लेकिन, वहीं भारतीय करेंसी में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। गुरुवार के कारोबारी सत्र में भारतीय करेंसी 5 पैसे गिरकर बंद हुआ है। दरअसल, सत्तारूढ़ भाजपा को लोकसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत मिलने की संभावना न होने की वजह से यह गिरावट आई।
विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि कमजोर अमेरिकी मुद्रा और इक्विटी बाजारों में मजबूत रुख ने स्थानीय मुद्रा को समर्थन दिया। हालांकि निवेशक शुक्रवार को घोषित होने वाले आरबीआई की मौद्रिक नीति निर्णय से पहले चिंतित है।
डॉलर और रुपये के बीच कारोबार
इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में भारतीय करेंसी 83.40 पर खुली और सत्र के दौरान ग्रीनबैक के मुकाबले इंट्रा-डे में 83.50 के निचले स्तर को छू गई। अंततः अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 83.49 (अनंतिम) पर बंद हुई, जो पिछले बंद से 5 पैसे कम है।
पिछले कारोबारी सत्र बुधवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 7 पैसे बढ़कर 83.44 पर बंद हुआ।
डॉलर इंडेक्स का क्या है हाल?
दुनिया की बड़ी करेंसी के मुकाबले अमेरिकी मुद्रा की मजबूती बताने वाला डॉलर इंडेक्स 0.03 प्रतिशत की गिरावट के साथ 104.18 पर आ गया। कच्चे तेल में आज फिर तेजी देखी जा रही है और यह 0.31 प्रतिशत बढ़कर 78.65 डॉलर प्रति बैरल पर है।
भारतीय शेयर बाजार में तेजी
आज बीएसई सेंसेक्स 692.27 अंक या 0.93 प्रतिशत चढ़कर 75,074.51 पर बंद हुआ। एनएसई निफ्टी 201.05 अंक या 0.89 प्रतिशत बढ़कर 22,821.40 पर पहुंच गया।
विदेशी निवेशक बुधवार को भारतीय इक्विटी के शुद्ध विक्रेता थे, क्योंकि उन्होंने शुद्ध आधार पर 5,656.26 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। एफआईआई ने नकद खंड में 21,012.72 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे और 26,668.98 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची।