पारा बढ़ने के कारण पानी की किल्लत विकराल होती जा रही है। वहीं, बिजली कट के कारण भी लोग परेशान हो रहे हैं। अब हालात यह हैं कि दोपहर के समय लो वोल्टेज की समस्या पेश आ रही है। जैसे ही लोड़ बढ़ रहा है तो सिंगल फेस बिजली की आपूर्ति हो रही है। इस कारण बिजली उपकरणों को नुकसान पहुंच रहा है। वहीं, पेयजल किल्लत भी गहरा गई है।
बन तालाब इलाके में दो सप्ताह से पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है। इस कारण लोग परेशान हैं। स्थानीय निवासी भरत भूषण और अन्य का कहना है कि कर्ण विहार इलाके में पेयजल किल्लत है मगर समाधान नहीं हो रहा। जब जल शक्ति विभाग के अधिकारियों से संपर्क करते हैं तो मोटर जलने का कारण बताते हैं। लोगों को निजी तौर पर टैंक मंगवाकर प्यास बुझानी पड़ रही है। इसी तरह सिद्दड़ा, मझीन और सुजवां इलाके में पानी नहीं आया। ग्रेटर कैलाश, त्रिकुटा नगर इलाकों में कम समय पानी की आपूर्ति हुई। पानी 30 मिनट तक ही आया। सैनिक कालोनी, कुंजवानी इलाकों में 25 मिनट तक पानी की आपूर्ति हुई। सतवारी, गंग्याल, बिक्रम चौक में 35 मिनट ही पानी मिला।
जानीपुर, सुभाष, पलौड़ा, मुट्ठी इलाकों में भी पेयजल की किल्लत रही। पलौड़ा में मोटर जलने से पानी नहीं आया।
उधर, बिजली का लोड़ बढ़ने के कारण अब लो वोल्टेज की समस्या पेश आ रही है। बिजली कम या ज्यादा होने के कारण बिजली उपकरण जल रहे हैं। भगवती नगर, राजपुरा चुंगी, शक्ति नगर में बल्ब और अन्य उपकरण वीरवार रात को जल गए। दिन में करीब तीन से चार घंटे के कट ट्रांसफार्मरों के गर्म होने के कारण लग रहे हैं।
ट्रांसफार्मर लोड बढ़ने के कारण गर्म हो रहे हैं। इस कारण कट लग रहे हैं। लो वोल्टेज की समस्या का निदान किया जा रहा है।
– अवनीत गुप्ता, एक्सईएन, बिजली कारपोरेशन