कर्नाटक विधान परिषद में विपक्ष के नेता चालावाडी नारायणस्वामी ने काँग्रेस-नेतृत्व वाली राज्य सरकार पर तीखे आरोप लगाते हुए कहा कि भ्रष्टाचार से उपजी राजनीतिक संकट को केवल मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार के तुरंत इस्तीफे से ही रोका जा सकता है।
जगन्नाथ भवन में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए नारायणस्वामी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस की यह सरकार अब “लोगों की सेवा” नहीं बल्कि “सत्ता के व्यापार” में लगी हुई है। उन्होंने मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को ‘वेतनभोगी मुख्यमंत्री’ बताते हुए बताया कि उनके समय की सरकार में प्रति योजना 40 % कमीशन लिया जाता था—और आज जनता इसी भ्रष्ट व्यवस्था से नाराज़ है।