जम्मू-कश्मीर: गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के महत्व पर जोर देते हुए उपमुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी ने आज कहा कि यह युवाओं की बौद्धिक क्षमता को निखारने के अलावा अनुशासन की भावना भी प्रदान करता है।
उन्होंने कहा, ”शिक्षा न केवल अनुशासन लाती है, बल्कि युवाओं का आध्यात्मिक विकास भी करती है, जिसके परिणामस्वरूप राष्ट्र विकसित और समृद्ध होता है।”
उपमुख्यमंत्री आज यहां सैनिक स्कूल नगरोटा के वार्षिक दिवस पर बोल रहे थे।
दशकों से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए स्कूल की सराहना करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि संस्थान हमारी युवा पीढ़ी के भविष्य को आकार देने में बहुत योगदान दे रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तीर्ण विद्यार्थियों ने जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में अपना एक अलग स्थान बनाया है।
उपमुख्यमंत्री ने युवाओं से शैक्षणिक गतिविधियों को आगे बढ़ाने में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देने का आह्वान करते हुए कहा कि उन्हें उन प्रवृत्तियों से दूर नहीं जाना चाहिए जो उनके स्वास्थ्य और भविष्य के लिए हानिकारक हैं। उन्होंने कहा कि इसके बजाय, उन्हें अपने राष्ट्र को विकसित और समृद्ध बनाने में अपनी ऊर्जा और समय लगाना चाहिए।
उत्सव की शुरुआत अनुशासन और सटीकता को दर्शाते हुए सैनिक स्कूल नगरोटा की विशिष्ट शैली में मुख्य अतिथि को दिए गए औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर के साथ हुई।
उपमुख्यमंत्री ने कैडेटों की रचनात्मकता और वैज्ञानिक कौशल का प्रदर्शन करते हुए अकादमिक ब्लॉक में कला, फोटोग्राफी और विज्ञान प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया।