विदेश मंत्री एस जयशंकर की सुरक्षा में अपग्रेड, खालिस्तानी समूहों की धमकी के चलते बढ़ाई सुरक्षा

विदेश मंत्री एस जयशंकर की सुरक्षा में अपग्रेड, खालिस्तानी समूहों की धमकी के चलते बढ़ाई सुरक्षा
विदेश मंत्री एस जयशंकर की सुरक्षा में अपग्रेड, खालिस्तानी समूहों की धमकी के चलते बढ़ाई सुरक्षा

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने विदेश मंत्री एस जयशंकर की सुरक्षा को अपग्रेड कर जेड कैटेगरी में शामिल कर दिया है, इसके पीछे की घटनाएँ चिंता का कारण बन गई हैं।

सूत्रों के मुताबिक, कनाडा में खालिस्तानी समूह ‘सिख फॉर जस्टिस’ ने हाल ही में विदेश मंत्री एस जयशंकर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विवादास्पद पोस्टर्स लगाए।

इन पोस्टरों में उन्हें कनाडा के दुश्मन घोषित किया गया और उनकी हत्या की बात की गई है। इस घटना को ध्यान में रखते हुए, भारत सरकार ने जयशंकर की सुरक्षा को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाया है।

पोस्टर्स पर लिखा गया है कि 29 अक्टूबर को वैंकूवर में एक जनमत संग्रह आयोजित किया जाएगा, जो खालिस्तान समृद्धि के लिए होगा। इसके पहले, सर्रे में 21 अक्टूबर को भारतीय वाणिज्य दूतावास के बाहर विरोध प्रदर्शन भी किया जाएगा।

पोस्टरों में कनाडा मंछ स्थित भारतीय उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा, काउंसिल जनरल मनीष, और अपूर्व श्रीवास्तव के खिलाफ भी धमकियाँ दी गई हैं।

इस घटना के बाद, कनाडा में स्थित भारतीय दूतावास के साथ ही ओटावा में ग्लोबल अफेयर्स कनाडा से भी यही अपील की गई है कि वे इन पोस्टरों को हटाएं और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें।

इस समय कनाडा में खालिस्तानी आतंकवादी गुरुपतवंत सिंह पन्नू ने भारत को खतरा दिया है, और उन्होंने खालिस्तान के नाम पर विवादास्पद बयान दिया है।

उन्होंने कहा है कि सिख फॉर जस्टिस भी हमास की तरह हमले करने की तैयारी कर रहा है, जैसे कि हमास ने इजरायल के खिलाफ हमले किए हैं।

कनाडाई उच्चायुक्त कैमरूम मैके को भारत ने इस परिस्थिति के बारे में समझाया और पोस्टरों के हटाने की मांग की है। भारत सरकार ने इन पोस्टरों को हटाने के लिए कड़ी आपत्ति जताई है, और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की भी गुजारिश की है।

इस घटना के बाद, भारत सरकार ने विदेश मंत्री जयशंकर की सुरक्षा को अपग्रेड किया है। विदेशी मंत्री की सुरक्षा को जेड कैटेगरी में शामिल किया गया है, जिससे उनके सुरक्षा को और भी मजबूत बनाया गया है।

अब उनकी सुरक्षा केंद्रीय रिजर्व सिक्योरिटी फोर्स (CRPF) की वीआईपी सिक्योरिटी विंग द्वारा की जाएगी, और उनके पास 14 से 15 हथियारबंद कमांडो होंगे, जो 24 घंटे उनके साथ होंगे।