शाह ने नेकां के घोषणा पत्र पर कांग्रेस को घेरा कांग्रेस के मौन को बताया दो संविधान का हिमायती

जम्मू
विनोद कुमार

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर गहरा आघात किया है। उनका आरोप है कि नेशनल कांफ्रेंस के अलगाववाद से प्रेरित घोषणा पत्र पर कांग्रेस का मौन इस बात की तस्दीक करता है कि कांग्रेस अभी भी जम्मू-कश्मीर में दो संविधान और दो झंडों की कामना करती है। उन्होंने कहा कि मौन समर्थन करने वाले यह भूल जाएं कि 370 और 35-ए की कभी वापसी हो सकती है। 370 और 35-ए इतिहास बन चुका है और अब कभी भी लौटकर वापस नहीं आएगा। केंद्रीय गृह मंत्री ने भाजपा के संकल्प पत्र का हवाला देते हुए कई जम्मू-कश्मीर के लिए कई बड़ी घोषणाएं भी कीं।
जम्मू-कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने अपना संकल्प पत्र जारी किया है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि आजादी के समय से हमारी पार्टी के लिए जम्मू कश्मीर का भूभाग महत्वपूर्ण रहा है। हमने इसे जोड़े रखने के लिए अनेक प्रयास किए हैं। उन्होंने कहा कि धारा 370 इतिहास बन चुकी है, ये कभी लौटकर नहीं आ सकती क्योंकि यही वो विचारधारा थी जो युवाओं के हाथ में पत्थर थमाती थी। अमित शाह ने कहा कि बातचीत और बम धमाके एक साथ नहीं हो सकते। पाकिस्तान से बातचीत के पक्ष में नहीं। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा देंगे।
अमित शाह ने कहा कि 1947 से ही जम्मू-कश्मीर हमारे दिल के बहुत करीब रहा है। जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग था, है और हमेशा रहेगा। उन्होंने कहा कि अन्य राजनीतिक दल तुष्टीकरण की राजनीति में लिप्त रहे, वे अलगाववाद के लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल का इतिहास स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। 370 की छाया में अलगाववाद पनपा। एक के बाद एक सरकारें अलगाववादियों के आगे झुकती रहीं। 370 और 35ए अब इतिहास बन चुके हैं। जम्मू-कश्मीर अब विकास और प्रगति के पथ पर अग्रसर है।
अमित शाह ने कहा कि हम उमर अब्दुल्ला को गुज्जरों, बकरवालों और पहाड़ियों का आरक्षण छीनने नहीं देंगे। कश्मीर घाटी में कानून-व्यवस्था की स्थिति, बुजुर्ग, दिव्यांगों की पेंशन बढ़ाई जाएगी।हमने कश्मीर घाटी में आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र को ध्वस्त कर दिया है।अमित शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में मेट्रो का काम शुरू होगा. किसानों को 10 हजार रुपए सालाना दिया जाएगा. क्षतिग्रस्त मंदिरों का पुनर्निमाण किया जाएगा। भूमिहीनों को 5 मरला जमीन दी जाएगी।