वैश्विक बाजार में भारी बिकवाली के बीच सोमवार की सुबह भारतीय शेयर बाजार में हाहाकार दिखा। हफ्ते के पहले कारोबारी दिन सेंसेक्स 1600 अंकों से अधिक फिसल गया।अमेरिका में संभावित मंदी की आशंका के कारण निवेशकों को की ओर से जोखिम वाली परिसंपत्तियों से दूर करने के बीच सेंसेक्स सोमवार के सत्र में 2,400 अंक से अधिक की गिरावट के साथ खुला। दूसरी ओर, निफ्टी भी बिकवाली के बाद कमजोर होकर 24200 के नीचे पहुंच गया। शुरुआती काराबार के दौरान टाइटन के शेयरों में 9% तक की गिरावट दिखी। इस बीच, बीएसई पर सभी सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 10.24 लाख करोड़ रुपये घटकर 446.92 लाख करोड़ रुपये रह गया। सोमवार को रुपया अपने सर्वकालिक निचले स्तर 83.7525 पर पहुंच गया।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार डॉ. वी के विजयकुमार ने कहा कि वैश्विक शेयर बाजारों में तेज गिरावट का मुख्य कारण अमेरिकी अर्थव्यवस्था में नरमी की आशंक से प्रेरित है। अमेरिका में जुलाई में रोजगार सृजन में गिरावट दिखी है। बेरोजगारी दर में 4.3% की तेज वृद्धि आई है।। मध्य पूर्व में भू-राजनीतिक तनाव भी बाजार में गिरावट का एक प्रमुख कारण है। आज सुबह निक्केई में 4% से ऊपर की गिरावट जापानी बाजार में संकट का एक संकेतक है। निवेशकों को इस करेक्शन में खरीदारी करने की जल्दबाजी करने की जरूरत नहीं है। बाजार के स्थिर होने का इंतजार करें।
सेंसेक्स की कंपनियों में टाटा मोटर्स, अदाणी पोर्ट्स, एमएंडएम, एसबीआई, जेएसडब्ल्यू स्टील और टाइटन जैसे शेयरों में बड़ी बिकवाली दिखी। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 28 लाल निशान में कारोबार करते दिखे। सोमवार को शुरुआती कारोबार के दौरान इंडिया वीआईएक्स (VIX) दो महीने के उच्चतम स्तर 17.36 पर पहुंच गया और सेंसेक्स बजट के दिन की गिरावट से भी निचले स्तर 79,224 अंक से नीचे चला गया। पहली तिमाही में मुनाफे का लक्ष्य चूकने के बाद टाइटन के शेयरों में गिरावट दिखी। निफ्टी के 46 शेयर शुरुआती कारोबार में लाल निशान पर रहे। टाटा मोटर्स, हिंडाल्को, ओएनजीसी, श्रीराम फाइनेंस और जेएसडब्ल्यू स्टील निफ्टी पर टॉप लूजर्स के रूप में कारोबार करते दिखे। शुरुआती सौदों में ये 4.37% तक गिर गए।
सोमवार को शुरुआती सौदों में बीएसई पर 88 शेयरों ने आज अपने 52 सप्ताह के उच्चतम स्तर को छू लिया। दूसरी ओर, 42 शेयर अपने 52-सप्ताह के निचले स्तर पर पहुंच गए।