सिंगापुर में भारतीय मूल के पूर्व मंत्री को 12 महीने की जेल

सिंगापुर में भारतीय मूल के पूर्व परिवहन मंत्री एस. ईश्वरन को गुरुवार को हाईकोर्ट ने 12 महीने की जेल की सजा सुनाई है। उन्हें लोक सेवक के तौर पर अपने दो व्यापारी मित्रों से सात साल में 403,300 सिंगापुर डॉलर मूल्य के उपहार लेने के आरोप में दोषी पाया गया था। 24 सितंबर को उन्हें उपहार लेने और न्याय को अवरुद्ध करने के चार मामलों में 62 वर्षीय ईश्वरन को दोषी दोषी ठहराया गया था। सजा सुनाने के दौरान जज विंसेंट हूंग ने कहा कि उन्होंने अभियोजन और बचाव पक्ष दोनों की ओर से सजा पर विचार किया, लेकिन वे दोनों स्थितियों पर सहमत होने में असमर्थ रहे।

जज ने बताया कि पूर्व मंत्री ने उपहार लेकर अपने पद का दुरुपयोग किया। उन्होंने कहा कि ईश्वरन ने सार्वजनिक बयान देकर इन आरोपों को झूठा बताया था। जज ने आगे कहा, “प्रधानमंत्री को भेजी गई चिट्ठी में ईश्वरन ने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज करते हुए इसे झूठ बताया। उन्हें विश्वार था वे रिहा हो जाएंगे।” जस्टिस ईश्वरन ने कहा, “लोक सेवक के तौर पर पद जितना ऊंचा होगा, दोषी होने का स्तर भी उतना ही ऊंचा होगा।” ईश्वरन के वकील दविंदर सिंह ने आठ महीने से अधिक की सजा न देने की दलीली दी थी। डिप्टी अटर्नी जनरल ताई वी शियोंग ने छह से सात महीने की सजा की मांग की। ईश्वरन के वकीलों ने सजा को सात अक्तूबर तक के लिए टालने और उन्हें उसी दिन शाम चार बजे अदालत में आत्मसमर्पण करने की मांग की।

ईश्वरन पर थिएटर शो, फुटबॉल मैच और सिंगापुर एफ1 ग्रैंड प्रिक्स, व्हिस्की, अंतरराष्ट्रीय उड़ानों और होटल में ठहरने समेत कीमती सामानों से संबंधित आरोप हैं। इसमें शामिल राशि SGD 400,000 (USD 300,000 से अधिक) से अधिक है। उसके पास से व्हिस्की और वाइन की बोतलें, गोल्फ क्लब और एक ब्रॉम्पटन साइकिल भी जब्त की गई। ईश्वरन के आरोप प्रॉपर्टी टाइकून ओंग बेंग सेंग और कंस्ट्रक्शन फर्म के मालिक लुम कोक सेंग के साथ उसके संबंधों से संबंधित हैं। हालांकि दोनों व्यवसायियों पर आरोप नहीं लगाए गए हैं। संशोधित किए गए दो आरोपों में ओंग शामिल हैं, जो उस समय सिंगापुर जीपी के बहुसंख्यक शेयरधारक थे।

संशोधित आरोपों में यह भी कहा गया है कि ईश्वरन को पता था कि सिंगापुर जीपी के माध्यम से ओंग सुविधा के प्रदर्शन से संबंधित था। सिंगापुर एफ1 ग्रैंड प्रिक्स 2022 से 2028 के लिए सिंगापुर जीपी और सिंगापुर पर्यटन बोर्ड (एसटीबी) के बीच समझौता, और यह ईश्वरन के मंत्री और एफ1 संचालन समिति के अध्यक्ष के रूप में आधिकारिक कार्यों से जुड़ा था। भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मूल आरोपों में कहा गया था कि ईश्वरन ने भ्रष्ट तरीके से ओंग से ये उपहार प्राप्त किए, और ऐसा ओंग के व्यावसायिक हितों को आगे बढ़ाने के बदले में किया।