बेशक अयोध्या भगवान राम का जन्म स्थान है, तो यहां से उनका खास लगाव था, लेकिन 14 साल के वनवास के दौरान अयोध्या नरेश ने भारत की कुछ और भी जगहों पर अपने पद चिन्ह छोड़े थे, जहां आज भगवान राम का भव्य मंदिर देखने को मिलते हैं। जिनकी अपनी पौराणिक कथाएं और मान्यताएं हैं। आइए जानते हैं भगवान राम के कुछ ऐसे ही मशहूर मंदिरों के बारे में।
रघुनाथ मंदिर, जम्मू
जम्मू स्थित रघुनाथ मंदिर प्रभु श्रीराम को समर्पित बेहद खूबसूरत मंदिर है। जिसकी वास्तुकला में आपको मुगल शैली की झलक देखने को मिलेगी। मंदिर परिसर में श्रीराम के अलावा और भी कई देवी- देवताओं के मंदिर मौजूद हैं। कहते हैं इस मंदिर परिसर में आपको 36 करोड़ देवता के दर्शन होते हैं, जो किसी दूसरे मंदिर में मिल पाना मुश्किल है।
रामराजा मंदिर, मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश के ओरछा में स्थित भगवान राम के इस मंदिर की भी अपनी अलग मान्यता है। जहां प्रभु श्री राम को भगवान नहीं बल्कि एक राजा के रूप में पूजा जाता है। इसी वजह से इस मंदिर का बनावट एक भव्य किले जैसी नजर आती है। आज भी इस मंदिर में गार्ड ऑफ ऑनर प्रतिदिन की जाती है और शास्त्रों के द्वारा राजा राम को सलामी भी दी जाती है। माना जाता है की इस मंदिर में स्थापित श्री राम की मूर्ति को पहले चतुर्भुज मंदिर में स्थापित किया जाना था, लेकिन जब उनकी मूर्ति को वहां से ले जाने के लिए उठाया गया, तो वह हिली ही नहीं, जिसके कारण उन्हें फिर वहीं पर स्थापित कर दिया गया।
सीता रामचंद्रस्वामी मंदिर, तेलंगाना
तेलंगाना में स्थित सीता रामचंद्रस्वामी मंदिर भी बहुत ही खूबसूरत मंदिर है। इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि यही वो जगह है जहां से श्री राम ने माता सीता को लंका से लाने के लिए गोदावरी नदी पार की थी। यहां पर स्थित भगवान राम की मूर्ति त्रिभंग रूप में स्थापित है जिसमें प्रभु श्री राम हाथ में धनुष बाण लिए और माता सीता हाथ में कमल का फूल लिए विराजमान हैं।
कालाराम मंदिर, नासिक
कालाराम मंदिर महाराष्ट्र के नासिक में स्थित है। मंदिर का नाम कालाराम यहां स्थापित श्री राम की दो फीट लंबी काले रंग की मूर्ति की वजह से पड़ा। माना जाता है कि यही वह जगह है जहां भगवान श्री राम ने 14 साल के वनवास के दौरान दस सला रहे थे।
त्रिप्रयार श्री राम मंदिर, केरल
केरल के त्रिशूर जिले में स्थित त्रिप्रयार मंदिर भी श्री राम के खास मंदिरों में से एक है। इस मंदिर के बारे में मान्यता है कि यहां पर स्थापित भगवान राम की मूर्ति की पूजा स्वयं भगवान श्री कृष्ण करते थे। इस मंदिर की बनावट बेहद खूबसूरत है।