। लुधियाना स्टेशन का नक्शा पूरी तरह से बदला जा रहा है, और इसके चलते ट्रेनों को ढंडारी कलां में ही रुकना होगा। इस कारण यात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिए। इसके साथ ही, रात्रि रुकने वाले यात्रियों के लिए रिटायरिंग रूम की बुकिंग भी बंद कर दी गई है। यह सुनिश्चित करने के लिए किया गया है कि काम के दौरान यात्रियों को कोई परेशानी न हो। यात्रियों को इस बारे में सूचित किया जा रहा है
रिडिवैलपमैंट में करोड़ों रूपए के खर्च
इसके साथ ही, फिरोजपुर मंडल ने करोड़ों रुपए खर्च करके स्टेशनों के नक्शे को बदलने का निर्णय लिया है। इसमें यात्रियों की सुविधा का पूरा ध्यान दिया जाएगा। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि यात्रियों को बैठने, आराम करने और प्रतीक्षा करने के लिए सभी सुविधाएं मौजूद हों। स्टेशन पर पहुँचते ही यात्रियों को आराम की सुविधा मिलेगी। वेंटीलेशन और साफ पानी का इंतजाम स्टेशन पर हमेशा रहेगा।
जालंधर कैंट स्टेशन के बाद अब जालंधर सिटी स्टेशन का नक्शा भी 300 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से बदला जाएगा। यह प्रोजेक्ट अगले साल के शुरुआत में हरी झंडी प्राप्त कर सकता है। वर्तमान में, रेलवे तेजी से जालंधर कैंट और लुधियाना स्टेशन के काम पर काम कर रहा है।
रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि लुधियाना से 6 किलोमीटर पहले ढंडारी कलां में एक बड़ा स्टेशन है, जहां लुधियाना जाने वाली ट्रेनें रुकती हैं। यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे पहले से ही अपने इंतजाम को सुनिश्चित करें ताकि कोई भी असुविधा न हो। रेलवे ने जानकारी देते हुए बताया है कि 15 जून के बाद आगामी आदेशों तक ट्रेनें ढंडारी कलां में ही रुकेंगी
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