राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग और सरकार को अस्थिर करने के मामले में हेलिकाप्टर कंपनी के कार्यालय में छानबीन करने सर्च वारंट लेकर पहुंची हिमाचल पुलिस टीम को हरियाणा पुलिस ने घंटों थाने में डिटेन करके रखा। पुलिस महानिदेशक अतुल वर्मा ने बताया कि इस मामले की जानकारी शिमला के पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी से मिली, जिसके बाद हरियाणा पुलिस से बात की। वहीं गुरुग्राम पुलिस ने हिमाचल पुलिस कर्मियों को डिटेन करने के आरोप नकार दिए हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक जिला शिमला से पुलिस टीम एक अधिकारी की अगुवाई में जांच के लिए सोमवार को गुरुग्राम पहुंची थी। इस दाैरान दोपहर के समय पुलिस संबंधित कंपनी के कार्यालय में छानबीन कर रही थी, तो स्थानीय पुलिस वहां पहुंची और टीम को गुरुग्राम के राजेंद्रा पार्क सेक्टर 105 थाने ले गई। दोपहर करीब 3:00 बजे हिमाचल पुलिस की टीम को थाने ले जाया गया और देर रात तक वहां रोके रखा। मामला दोनों राज्यों के उच्च पुलिस अधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद हिमाचल पुलिस की टीम को रात को थाने से भेजा। हिमाचल पुलिस ने निचली अदालत से सर्च वारंट हासिल किया था। इसके बाद टीम गुरुग्राम में एक हेलिकाप्टर कंपनी के कार्यालय में विधायकों की हवाई यात्राओं का रिकॉर्ड खंगालने गई थी। पुलिस के मुताबिक कई बार आग्रह के बावजूद कंपनी विधायकों को हवाई सेवाओं पर खर्च का ब्योरा देने से आनाकानी कर रही थी।
वहीं, डीजीपी अतुल वर्मा से जब इस बारे में बात की तो उन्होंने कहा कि शिमला के पुलिस अधीक्षक गांधी से इस बारे में जानकारी मिली थी, जिसके बाद उन्होंने हरियाणा पुलिस के उच्च अधिकारियों से बात की। उन्होंने कहा कि मुझे मामले के बारे में सभी तथ्यों की जानकारी नहीं है कि इसके क्या कारण हैं, लेकिन गैरकानूनी तरीके से अगर पुलिस को डिटेन किया है तो एसपी को कानूनी प्रक्रिया के तहत इसे चैलेंज करना चाहिए।पुलिस सूत्रों के अनुसार गुरुग्राम के संबंधित थाने में बकायदा सूचना दी गई थी और सर्च के लिए वहां के थाने की पुलिस भी टीम के साथ आई थी, लेकिन बाद में बड़ी संख्या में पुलिस बल पहुंचा आैर उन्हें थाने लेकर चला गया। वहीं, जब शिमला के एसपी संजीव कुमार गांधी से इस बारे में बात की तो उन्होंने इस मामले को लेकर न तो पुष्टि की और न ही इन्कार किया। पुलिस इस मामले को कोर्ट में भी लेकर जाएगी, क्योंकि सर्च वारंट अदालत से ही जारी हुआ था। उधर, हरियाणा पुलिस की ओर से एससीपी सिटी सुरेंद्र फोगाट ने हिमाचल पुलिस को डिटेन करने को लेकर इन्कार किया है। वहीं, वह सीधा जवाब देने से बचते रहे। कुल मिलाकर मामले की जांच दो राज्यों की पुलिस के बीच फंसती नजर जा रही है।