कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई ‘पीएम विश्वकर्मा’ योजना को एक चुनावी जुमला घोषित किया है। उन्होंने बताया कि जनता को फिर से बेवकूफ नहीं बनने देंगे और प्रधानमंत्री की रिटायरमेंट का समय आ गया है। पीएम मोदी ने रविवार को ‘पीएम विश्वकर्मा’ योजना की शुरुआत की है।
जयराम रमेश ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, “नोटबंदी, गलत जीएसटी और कोविड-19 के दौरान कायम किया गया लॉकडाउन भारत के सूक्ष्म और लघु उद्यमों के लिए सबसे विनाशकारी रहा है। इनमें से अधिकांश छोटे व्यवसाय वाले लोगों को अफसोस करना पड़ता है जो अपने हाथों से काम करते हैं, जैसे कि कपड़ा, चमड़ा, धातु, और लकड़ी आदि।”
वे आगे कहते हैं, “मोदी सरकार की नीतियों से प्रभावित बहुत से लोगों ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी से मुलाकात की थी। राहुल गांधी यात्रा के बाद भी उनसे जुड़े रहे हैं। वह उनकी पीड़ा और परेशानियों को लगातार सुन रहे हैं, लेकिन प्रधानमंत्री ने उन सभी की आजीविका को तहस नहस कर दिया है.”
“चुनावी जुमला पेश कर रहे हैं,” उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री को उनके विनाश के बाद काफी देर के बाद उनकी नाराजगी का पता चला है। उनके असंतोष को देखकर वह विश्वकर्मा योजना के रूप में एक और चुनावी जुमला पेश कर रहे हैं।”
जयराम रमेश ने कहा, “प्रधानमंत्री के रिटायरमेंट का समय आ गया है।” इस तरह के नेतृत्व में बदलाव की जरूरत है यह उनका संदेश है।