दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में सोमवार को उस समय गोलियों की आवाज गूंज उठी जब सुरक्षाबलों की घेराबंदी तोड़ भागने के लिए आतंकियों ने गोली चलाई। सुरक्षाबलों ने त्वरित कार्रवाई कर उनके इरादों को विफल कर दिया। देर रात गए इस खबर के लिखे जाने तक मुठभेड़ जारी थी। घेराबंदी में लश्कर ए तैयबा का हिट स्क्वॉड कहे जाने वाले द रजिस्टेंस फ्रंट टीआरएफ के ऑप्रेशनल कमांडर बासिर डार के फंसे होने की आशंका है, लेकिन पुलिस ने इस विषय में कुछ भी कहने से इनकार किया है।
यहां मिली जानकारी के अनुसार, सोमवार रात करीब साढे नौ बजे पुलिस को अपने तंत्र से पता चला कि स्वचालित हथियारों से लैस दो से तीन आतंकी जिला कुलगाम के रेडवनी पायीन इलाके में देखे गए हैं। सूचना मिलते ही पुलिस ने सेना की 1आरआर और सीआरपीएफ की 18वीं वाहिनी के जवानों के साथ मिलकर आतंकियो को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान चलाया।
आतंकियों ने ठिकाना छोड़ भागने का प्रयास किया
रात साढ़े दस बजे के करीब जब सुरक्षाबलों ने गांव की घेराबंदी करते हुए आगे बढ़ने का प्रयास किया तो एक जगह छिपे आतंकियों को पता चल गया। उन्होंने अपना ठिकाना छोड़ भागने का प्रयास किया। उन्होंने जवानों की घेराबंदी तोड़ने के लिए उन पर पहले राइफल ग्रेनेड दागा और उसके बाद उन्होंने अपने स्वचालित हथियारो से फायरिंग की 7 सुरक्षाबलों ने खुद को बचाते हुए जवाबी फायर किया और उसके साथ ही मुठभेड़ शुरू हो गई।
आतंकियों ने ठिकाना छोड़ भागने का प्रयास किया
रात साढ़े दस बजे के करीब जब सुरक्षाबलों ने गांव की घेराबंदी करते हुए आगे बढ़ने का प्रयास किया तो एक जगह छिपे आतंकियों को पता चल गया। उन्होंने अपना ठिकाना छोड़ भागने का प्रयास किया। उन्होंने जवानों की घेराबंदी तोड़ने के लिए उन पर पहले राइफल ग्रेनेड दागा और उसके बाद उन्होंने अपने स्वचालित हथियारो से फायरिंग की 7 सुरक्षाबलों ने खुद को बचाते हुए जवाबी फायर किया और उसके साथ ही मुठभेड़ शुरू हो गई।