खरगे बोले- नतीजों में दिखेगा सरकार के खिलाफ अंडर करंट, हम मोदी की विचारधारा और काम की शैली के खिलाफ

भाजपा के अबकी बार, चार सौ पार के नारे और पीएम नरेंद्र मोदी की गारंटी के बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे दावा करते हैं कि लोगों में सरकार के खिलाफ नाराजगी है। खरगे का कहना है कि मोदी की गारंटी उसी तरह फ्लॉप होगी, जैसे 2004 में इंडिया शाइनिंग हुई थी। खरगे बेरोजगारी और महंगाई को दो सबसे बड़े मुद्दे बताते हैं और उम्मीद जताते हैं कि विपक्षी गठबंधन सत्ता में आएगा। सीटों की संख्या पर कांग्रेस अध्यक्ष कहते हैं कि मोदी सरकार को हटाने और विपक्षी गठबंधन की सरकार बनाने के लिए जितनी सीटें चाहिए, उतनी या उससे ज्यादा सीटें आएंगी। लोकसभा चुनाव के पहले चरण के बाद मल्लिकार्जुन खरगे ने विनोद अग्निहोत्री से बातचीत के दौरान कई मुद्दों पर खुलकर राय रखी।

चुनावों के पहले चरण में मतदान में कमी की क्या वजह है?
खरगे का जवाब हो सकता है कि राजनीतिक दलों और चुनाव आयोग को लोगों को मतदान केंद्र तक लाने के लिए जितना प्रयास करना चाहिए वो नहीं किया। फिर भी इतनी गर्मी के बावजूद करीब 70 फीसदी मतदान हुआ तो यह अच्छी बात है।



क्या कम मतदान की वजह कोई बड़ा केंद्रीय मुद्दा न होना है?
हमने बेरोजगारी, महंगाई, किसानों के, युवाओं, नारी शक्ति, राष्ट्रीय सुरक्षा समेत अनेक मुद्दे उठाए हैं। हमारे घोषणा पत्र में भी अनेक मुद्दों को रखा गया है। राहुल गांधी ने मणिपुर से मुंबई तक भारत जोड़ो न्याय यात्रा और इसके पहले कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो पद यात्रा की, उसमें भी ये सारे मुद्दे उठाए गए। हम सीधे जनता के पास इन मुद्दों को ले गए। हमने समाज के हर वर्ग से मुलाकात की

आम धारणा है कि विपक्ष अपने मुद्दों के प्रचार में कमजोर है?
लोकतंत्र में मुद्दों के प्रचार प्रसार में मीडिया की बड़ी भूमिका है, उसमें हमें जगह कम मिलती है। इससे लगता है कि जैसे हम कुछ कर ही नहीं रहे हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। हम अपना गारंटी कार्ड, जिस पर मेरे और राहुल के हस्ताक्षर हैं, लेकर लोगों के बीच जा रहे हैं। इसमें सभी वर्गों के लिए पांच न्याय और 25 गारंटियां दी गई हैं, जिनमें युवाओं को साल भर की अप्रेंटिस और एक लाख रुपए देने, परिवार की मुखिया महिला को सालाना एक लाख रुपए देने, किसानों को एमएसपी की कानूनी गारंटी, तीस लाख खाली सरकारी नौकरियों में भर्ती, अग्निवीर योजान समाप्त करना आदि शामिल हैं।