पीएमएल-एन के वरिष्ठ नेता शहबाज शरीफ दूसरी बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। शहबाज शरीफ ने शनिवार को पीएम पद के लिए नामांकन दाखिल किया। रविवार को पीएम पद का चुनाव होना है। पीएमएल-एन के हक में आंकड़े मजबूत हैं और माना जा रहा है कि शहबाज शरीफ का अगल पीएम बनना तय है। पीटीआई नेता उमर अयूब खान ने भी पीएम पद के लिए अपना नामांकन दाखिल किया है। हालांकि रविवार को होने वाला चुनाव शहबाज शरीफ के पक्ष में एकतरफा हो सकता है।
सोमवार को होगा शपथ ग्रहण समारोह
पीएमएल-एन ने पीपीपी और एमक्यूएम के साथ गठबंधन में सरकार बनाने का एलान किया है। शहबाज शरीफ, पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ के छोटे भाई हैं। शहबाज शरीफ अप्रैल 2022 से अगस्त 2023 तक भी पाकिस्तान के पीएम रह चुके हैं। उस वक्त भी उन्होंने पीपीपी के साथ गठबंधन में सरकार चलाई थी। शहबाज शरीफ को पीएम चुने जाने के लिए 336 सदस्यों वाली सीनेट में 169 वोट चाहिए। वहीं पीटीआई समर्थक सीनेटर्स की संख्या 102 है। सफल उम्मीदवार का सोमवार को राष्ट्रपति भवन में शपथ ग्रहण समारोह होगा। ऐसे में साफ है कि शहबाज शरीफ एक बार फिर पाकिस्तान के पीएम बनने जा रहे हैं।
नवाज शरीफ पीएम पद की रेस से हुए बाहर
पाकिस्तान के पीएम बनने की उम्मीद में पीएमएल-एन के मुखिया नवाज शरीफ बीते साल अक्तूबर में करीब चार साल बाद पाकिस्तान लौटे थे। नवाज शरीफ को उम्मीद थी कि उनकी पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिलेगा और वे चौथी बार देश के प्रधानमंत्री का पद संभालेंगे। हालांकि बीती 8 फरवरी को हुए आम चुनाव में पीएमएल-एन को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला और जेल में बंद इमरान खान की पार्टी के समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार 90 से ज्यादा सीटें जीतने में सफल रहे। वहीं पीएमएल-एन को 75 और पीपीपी को 54 सीटों पर जीत मिली। स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने पर पीएमएल-एन ने बिलावल भुट्टो जरदारी की पार्टी पीपीपी के साथ मिलकर गठबंधन सरकार बनाने का फैसला किया। इस गठबंधन में मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान, इस्तेहकाम -ए-पाकिस्तान पार्टी भी शामिल हैं। शहबाज शरीफ पाकिस्तान के 33वें प्रधानमंत्री होंगे