महाराष्ट्र के जालना जिले में मराठा आरक्षण के मुद्दे पर हुए प्रदर्शन के दौरान पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज के बाद, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने माफी मांगी है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि घटना दुःखद है और बल प्रयोग का समर्थन नहीं किया जा सकता।
डिप्टी सीएम फडणवीस ने विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि कुछ लोग गलत नैरेटिव बना रहे हैं, जिसमें सरकार को लाठीचार्ज के आदेश देने का आरोप लगाया जा रहा है, जो गलत है। उन्होंने बताया कि लाठीचार्ज के आदेश विशेष अधिकारियों द्वारा दिए जाते हैं और किसी अन्य की आवश्यकता नहीं होती।
डिप्टी सीएम ने यह भी बताया कि मराठा आरक्षण का कानून महाराष्ट्र सरकार ने 2018 में तैयार किया था और सुप्रीम कोर्ट ने इसे अपहोल्ड किया था। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि इस फैसले को 9 सितंबर 2021 को स्थगित किया गया है।
डिप्टी सीएम अजित पवार ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया दी और कहा कि सरकार मराठा आरक्षण के पक्ष में सकारात्मक है।
इस पूरे मामले में मराठा आरक्षण के मुद्दे पर हुए प्रदर्शन के दौरान हिंसा की घटनाएं घटित हुई थीं, जिसमें कई लोग घायल हो गए और बसों में आग लग दी गई। इसके परिणामस्वरूप 360 से अधिक लोगों के खिलाफ केस दर्ज किए गए हैं।
यह मामला महाराष्ट्र में आरक्षण के मुद्दे पर चर्चा को और ज्यादा गरमाहट देगा और सरकार को इस पर संवाद करने की आवश्यकता हो सकती है।
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