ASHWANI VAISHNAV: चेनाब पुल सौ किमी रफ्तार की वंदे भारत ट्रेन के सफर के लिए हो रहा है तैयार

ASHWANI VAISHNAV
चेनाब पुल वंदे भारत ट्रेन के सफर के लिए तैयार !
ASHWANI VAISHNAV, 26 मार्च (वार्ता)- रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कटरा श्रीनगर रेल लाइन पर बन रहे दुनिया के सबसे ऊंचे चेनाब पुल का श्रीफल तोड़कर रविवार को उद्घाटन किया और पुल के ऊपर से जा रही रेल पटरी का ट्रॉली मैं सफर कर जायजा लिया। वैष्णव ने पुल पर बनी रेल पटरी का जायजा लेने के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा की इस मार्ग पर वंदे भारत ट्रेन चलाई जाएगी औऱ पुल पर 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रेन चल सकेगी।
उनका कहना था कि पुल पर शुरुआती दौर से ही बंदे भारत रेलगाड़ी का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। पुल की विशेषता का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि यह पुल कोंकण रेलवे कॉरपोरेशन बना रहा है और इसकी लंबाई 1315 मीटर तथा नदी तल से ऊंचाई 359 मीटर है। पुल का डिजाइन इस तरह से तैयार किया गया है कि अगले 120 साल तक इस पर निर्बाध गति से रेलों का संचालन किया जा सकेगा।

ASHWANI VAISHNAV: चेनाब पुल सौ किमी रफ्तार की वंदे भारत ट्रेन के सफर के लिए हो रहा है तैयार

उन्होंने कहा कि पुल की बुनियाद आधा फुटबॉल मैदान के बराबर है और भूकंपीय दृष्टि से क्षेत्र को संवेदनशील मानते हुए पुल का निर्माण भूकंप विशेषज्ञों की देखरेख में किया गया है। रिक्टर पैमाने पर पुल आठ स्तर के भूकंप को झेल सकता है और 267 किलोमीटर की रफ्तार से चलने वाली हवा के झोंकों को सहन कर सकता है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पुल का 1-1 पिलर कुतुब मीनार से भी ऊंचा है। पुल पर 28000 टन स्टील का इस्तेमाल हुआ है और इस पर 600 किलोमीटर के बराबर वेल्डिंग कार्य हुआ है।
पुल इतना मजबूत है कि इस पर सेना के कई टैंकों को भी चलाया जा सकता है। रेल मंत्री ने कहा कि इस पुल के निर्माण के बाद श्रीनगर और कटरा के बीच की दूरी को मात्र 3.50 घंटे में तय किया जा सकेगा। रेल मार्ग पर 4 पीएम गतिशक्ति टर्मिनल बनाए जा रहे हैं ताकि स्थानीय उत्पादों को रेल के जरिए आसानी से बाजार तक पहुंचाया जा सके। इसका सीधा लाभ स्थानीय सेब उत्पादकों, अखरोट उत्पादकों तथा अन्य स्थानीय उत्पादकों को मिल सकेगा।
एक अन्य सवाल के जवाब में वैष्णव ने कहा कि यह पुल पर्यटन के हिसाब से भी अत्यंत महत्वपूर्ण साबित होगा। दुनिया का सबसे ऊंचा पुल होने के कारण इसे देखने के लिए लोग आना चाहेंगे इसलिए पुल देखने के लिए पर्यटकों को आकर्षित करने के वास्ते तीन स्थानों को चिन्हित किया गया है और उन्हें पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा।